नई दिल्ली। सीबीआई के बारे में माना जाता है कि वो सामान्य पुलिस जैसा काम नहीं करती। हर कदम उठाने से पहले पुख्ता कर लेती है। छापामारी से पहले पता कर लेती है कि कहां छापा मारना है और घर में कौन कौन हैं परंतु सीबीआई की जासूसी पर सवाल उठ गया है क्योंकि जज इशरत मसरूर कुदुसी के यहां छापा मारने गई सीबीआई जस्टिस सी आर दास के घर में रात के वक्त घुस गई।
मामला ओडिशा का है मेडिकल एडमिशन घोटाले में जांच कर रही सीबीआई इसमें आरोपी जज इशरत मसरूर कुदुसी के ठिकाने पर छापेमारी के लिए गई थी, लेकिन जांच एजेंसी गलती से जस्टिस दास के घर में घुस गई। दरअसल जिस परिसर में अभी जस्टिस दास रह रहे हैं, उसमें पहले आरोपी जज इशरत रहा करते थे। बार असोसिएशन के सचिव उमेश बेहुरा ने बताया कि कोर्ट ने सीबीआई से जवाब तलब किया है कि एक सिटिंग जज के घर में वे किसके आदेश से घुस गए।
ओडिशा हाई कोर्ट के वकीलों ने सीबीआई के ऐक्शन को न्यायपालिका पर हमला बताते हुए हड़ताल का ऐलान कर दिया। सचिव बेहुरा ने कहा कि नियमों के अनुसार सीबीआई को एक जज के घर में घुसने से पहले चीफ जस्टिस को सूचित करना चाहिए और अड्रेस की पुष्टि भी करना चाहिए था। पुलिस ने इस मामले में सीबीआई के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।