आनंद ताम्रकार/बालाघाट। जिले के लांजी अनुविभाग की नगर परिषद लांजी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी शिवलाल झारिया को उनके निवास गृह से जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने 10000 रूपये की रिश्वत लेते हुये रंगेहाथों पकड लिया। सीएमओ ने अमित आसटकर ठेकेदार से उनके लम्बित बिलों के भुगतान के लिये 25 हजार रूपये की मांग गई थी। उसके एवज में ठेकेदार द्वारा 10000 रूपये की राशि प्रथम किश्त के रूप में दी जा रही थी।
संतोश भदोरिया डीएसपी लोकायुक्त जबलपुर ने अवगत कराया की अमित आसटकर का एक भुगतान रूका हुआ था। जिसके लिये सीएमओ झारिया ने 25 हजार रूपये की मांग कर रहे थे।
ठेकेदार ने लोकायुक्त को लिखित शिकायत की थी जिसके आधार पर सीएमओ को 10 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये आज रंगेहाथों पकड लिया। सीएमओ को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रिश्वतखोर अधिकारी को 5 साल की जेल
कांकेर। नरहरपुर के ग्राम डूमरपानी में मछली पालन करने वाले समिति से रिश्वत मांगने वाले मत्स्य निरीक्षक को न्यायालय ने पांच साल की सजा सुनाई। निरीक्षक मत्स्य समिति से जलाशय का पट्टा लीज बनाने रिश्वत मांग रहा था। इसकी शिकायत समिति अध्यक्ष ने एंटी करप्शन ब्यूरो जगदलपुर में कर निरीक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाया था। मामले की जानकारी देते शासकीय अधिवक्ता संदीप श्रीवास्तव ने बताया घटना दो साल पूर्व 20 अप्रैल 2015 की है।
नरहरपुर में पदस्थ मत्स्य निरीक्षक लखन लाल अहिरवार द्वारा गोंडवाना मत्स्य सहकारी उद्योग समिति डूमरपानी के अध्यक्ष नारद राम से जलाशय का पट्टा लीज बनाने 30 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। मांग किया था। निरीक्षक द्वारा रकम के लिए लगातार दबाव बनाने से अध्यक्ष ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो जगदलपुर से कर दी थी। सुनवाई करते विशेष न्यायाधीश मनोज कुमार प्रजापति ने गवाहों के बयान व साक्ष्य के आधार पर चार साल, धारा 13 (1) डी व 13(2) में पांच साल व कुल 15 हजार का जुर्माना लगाया।