नई दिल्ली। खबर आ रही है कि 1 सितम्बर की शाम पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर डंपिंग यार्ड का एक हिस्सा कोंडली नहर में जा गिरा। जिसके चलते कई कार, बाइक स्कूटी सवार महिला और एक जेसीबी मशीन नहर में डूब गए। हादसे पहले तेज आवाज आई। ऐसा लगा जैसे कचरे के पहाड़ में ज्वालामुखी फटा हो। गाजियाबाद के इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा समेत अन्य इलाकों से काफी लोग दिल्ली और नोएडा जाने के लिए इस रूट का इस्तेमाल करते हैं। रास्ते के एक तरफ कचरे का पहाड़ है दूसरी तरफ नहर। गाजीपुर में कचरे का लैंडफिल साइट है जहां पर शहर के कचरे को इकट्ठा किया जाता है। इस हादसे में अब तक एक बच्ची की मौत कंफर्म हुई है जबकि कई लोग गायब हैं। बताया जा रहा है वो नहर में बह गए हैं। नजर में कई वाहन भी दिखाई दे रहे हैं।
आपको बता दें कि यह इलाका दिल्ली और गाजियाबाद का बॉर्डर है और सुबह-शाम भारी संख्या में लोग इस कूड़े के ढ़ेर के किनारे से निकलते थे। दमकल की 6 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं और लोगों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है। 4 लोगों को अब तक मलबे से बाहर निकाला जा चुका है।
बताया जरा है कि हादसा इतना भयानक था कि नहर के रास्ते जाने वाले बाइक, कार और जेसीबी मशीन के साथ कई महिला और लोग भी इस नहर में डूब गए। नहर के किनारे लगी जाली तक टूट गई है। फिलहाल मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है और जांच में जुट गई है। चश्मदीदों के मुताबिक ऐसा लग रहा था जैसे कचरे के पहाड़ में ज्वालामुखी जैसा कुछ फटा हो। तेज धमाका भी हुआ। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने नहर में कूदकर कुछ लोगों को बचाया तो कुछ लोगों ने कूड़े में दबे लोगों को बाहर निकाल लिया।