जबलपुर। डॉक्टर सचिन लूथरा ब्लैकमेलिंग केस में पीड़ित डॉक्टर सचिन ही डाउट में आ गया है। पहले उसने नताशा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। नताशा को जेल जाना पड़ा। अब 4 दिन बाद मामले में यू-टर्न लेते हुए बयान दे रहा है कि उसे नताशा ने नहीं लकी सलूजा और उसकी पत्नी सिमी सलूजा ने ब्लैकमेल किया है। नताशा तो इनोसेंट है। जेल से छूटने के बाद नताशा गायब हो गई है, वो कहां है किसी को नहीं पता। सवाल तो यह है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद और नताशा को गिरफ्तार करने से पहले क्या विवेचना की ?
ऐसे शुरू हुई ब्लैकमेलिंग
डॉक्टर लूथरा ने दावा किया कि लकी सलूजा ने नताशा चावला के नाम से उसके पास एक पत्र भेजा। जिसमें नताशा की ओर से लिखा गया कि वह डॉक्टर के पास इलाज कराने गई थी। इसी दौरान दोनों नजदीक आ गए। डॉक्टर ने कहा कि उसकी पत्नी के साथ उसका तलाक का केस चल रहा है। इसके बाद दोनों मदन महल में डॉॅक्टर के फ्लैट में जाने लगे। डॉक्टर ने उससे शादी का वादा किया। दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन गए। इस बीच वह गर्भवती हो गई। डॉक्टर ने दबाव डालकर उसका गर्भपात करा दिया। इस पत्र के आधार पर लकी उसे ब्लैकमेल कर रहा था।
नताशा का मोबाइल बंद, घर पर ताला
जेल से रिहा होने के बाद शुक्रवार को नताशा ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। उसके घर पर भी ताला लगा हुआ है। पड़ोसियों को भी उनके बारे में कुछ नहीं मालूम। नताशा के वकील को भी नहीं मालूम कि उसने अचानक मोबाइल क्यों बंद किया। वह इस समय कहां पर है। किसी को यह समझ में नहीं आ रहा है कि नताशा अचानक क्यों गायब हो गई।