मुरैना। ईद उल अजहा के मुकद्दस मौके पर बकरे की कुर्बानी के लिए अल्लाह ने क्या नियम बनाए हैं यह तो नहीं पता परंतु यहां सरकारी बकरी प्रदर्शन इकाई से बकरों की चोरी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जीएसटी के कारण बकरे काफी महंगे हो गए थे। ईद उल अजहा के मौके पर कुर्बानी को पुण्य का काम माना जाता है। इतना ही नहीं मुस्लिम समुदाय में कुर्बानी प्रतिष्ठा का प्रश्न भी होती है। कहते हैं उसी परिवार में खुशियां आतीं हैं जहां कुर्बानी होती है।
राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कृषि विज्ञान केन्द्र मुरैना में बकरी प्रदर्शन इकाई योजना शुरू की गई थी। जिसके तहत मार्च के महीने में 5 बकरी 8 हजार प्रति बकरी तथा 4625 रुपये का एक बकरा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा क्रय किया गया था। क्योंकि चम्बल क्षेत्र में बर्बरी बकरी की नस्ल को अधिक पशु पालकों के लिये उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केन्द्र में योजना के तहत बकरी शेड बनाया गया था।
अभी यह योजना अपने शैशवकाल में थी कि बकरी चोरों ने कृषि विज्ञान केन्द्र के सैकड़ों बीघा कृषि भूमि परिसर में निर्मित बकरी शेड का ताला तोड़कर बकरी चुरा ले गए। सुबह अधिकारियों ने सिविल लाइन थाने में इसकी रिपोर्ट करा दी है। हालांकि अभी चोरों का कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस जांच में जुटी हुई है।