भोपाल। नागरिकों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और सड़क मुहैया कराना किसी भी सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है परंतु मध्यप्रदेश में इनकी हालत दयनीय श्रेणी से भी नीचे चली गईं हैं। अब तक पेड़ के नीचे स्कूल लगने की खबरें आतीं थीं अब मध्यप्रदेश में पेड़ के नीचे अस्पताल संचालित हो रहा है। बात राजगढ़ जिले की हो रही है। यहां अस्पताल के बाहर लगे पेड़ के नीचे एक गर्भवती महिला को भर्ती कर लिया गया। पेड़ के नीचे जो पलंग लगाया गया उसमें गद्दा और चादर तक नहीं थे।
मामला राजगढ़ जिले के ब्यावरा कस्बे के सिविल अस्पताल का है। यहां पूजा बाई नाम की गर्भवती महिला इलाज के लिए पहुंची थी। डॉक्टरों ने उसे अस्पताल परिसर में लगे पेड़ के नीचे खुले में ही पलंग लगाकर लिटा दिया। इलाज के नाम पर डॉक्टरों ने महिला को ड्रिप लगाई और जिस पेड़ के नीचे उसे लिटाया उसी से ड्रिप को लटका दिया। इतना ही नहीं महिला को जिस बेड पर लिटाया गया था उस पर गद्दा और चादर तक नहीं थी।
सरकारी अस्पताल की हकीकत बयां करने वाली तस्वीर सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभाग का कोई अफसर इस पर खुलकर बोलने से बच रहा है। बताया जा रहा है कि अस्पताल की क्षमता से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में संसाधन और स्टाफ की कमी के कारण अस्पताल की व्यवस्थाएं भी बिगड़ती नजर आ रही है। चार नर्सों की जगह केवल दो नर्से काम कर रही है और मरीजों की भारी संख्या के चलते वो भी बेबस है। ऐसे में मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है।
वहीं, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. आरबी कौशल ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में मौसमी बीमारियों का हवाला दिया है। उनका दावा है कि अचानक मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ने की वजह से महिला वार्ड में जगह नहीं है। इसलिए महिला पूजा बाई को बाहर लिटा दिया गया होगा।