नई दिल्ली। रोहतक के प्रख्यात आईबी स्कूल में योगा के दौरान 9 साल की छात्रा लाभ्या की मौत हो गई। इससे पहले वो पूरी तरह से स्वस्थ थी। योगा के कारण उसे तकलीफ हो रही थी। इसकी जानकारी उसने अपनी मां को भी दी थी परंतु मां ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। उसे लगा लड़की योगा से बचना चाहती है जबकि योगा तो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। साथी छात्राओं का कहना है कि योगा क्लास के दौरान लाल्या अचानक बेहोश होेकर गिर गई। उसे मेडिकल रूम में ले जाया गया परंतु उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
लभ्या को सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पीजीआई अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम किया गया था। उसकी बहन का जन्म सिर्फ 9 दिन पहले हुआ था। लभ्या की मां कविता चोपड़ा ने कहा कि सुबह 6:45 बजे स्कूल जाने के लिए उन्होंने बेटी को जगाया। वह खुद ही तैयार हो गई और चाय के साथ दो पराठे खाकर निकली थी।
सुबह 7:45 बजे मैंने उसे स्कूल बस में बिठा दिया था और दो घंटे बाद स्कूल से फोन से फोन आया कि लभ्या की हालत ठीक नहीं है। मैंने अपने पति और भाई को बुलाया और सिविल अस्पताल में पहुंचे, जहां बताया गया कि लभ्या अब इस दुनिया में नहीं है। सिविल सर्जन डॉ. दीपा ने बताया कि लड़की को जब अस्पताल में लाया गया, तो उसकी मौत हो चुकी थी।
भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और पतंजलि योग समिति के जिला प्रमुख जगबीर आर्य ने बताया कि बच्चे स्कूल जाने से पहले नाश्ता करते हैं। खाने के बाद ही हल्के योगासन जैसे अनुलोम-विलोम और कंधे व हाथों के व्यायाम का अभ्यास करना चाहिए। खाने के बाद हलासन, सर्वगंजना, मत्स्यनान और मंडुकसन जैसे योगासनों से बचना चाहिए।