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युवा ठेकेदार प्रकाश परिहार ने दो पेज का सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें भोपाल से लेकर इंदौर तक के उन अधिकारी-कर्मचारियों के नाम लिखे हैं। जिन्होंने ठेकेदार से बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। 38 वर्षीय परिहार के पास 40 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण का ठेका लिया था। काम पूरा होने के बाद बिल पास करने के लिए इंदौर और भोपाल के कुछ अधिकारी ठेकेदार से मोटी रकम की मांग कर रहे थे। परिहार ने अपने बिल पास कराने के लिए काफी प्रयास किए लेकिन अधिकारी पैसों की मांंग पर अड़े रहे। परेशान होकर परिहार ने जहर खा लिया।
इन अधिकारियों का नाम लिखा है
इन तमाम बातों और अपनी परेशानी का जिक्र प्रकाश परिहार ने दो पेज के अपने सुसाइड नोट में किया है। इनमें पीडबल्यूडी के सब इंजीनियर राजेश जाधव, एसडीओ भिड़े एवं सब इंजीनियर चौहान का नाम लिखा है। बताया है कि इन तीनों ने उससे 1 लाख रुपए प्रति आंगनवाड़ी रिश्वत मांगी थी। नहीं दी तो बिल अटका दिए। सुसाइड नोट के अनुसार प्रकाश ने इसकी शिकायत ईएनसी भोपाल अखिलेश अग्रवाल एवं पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को भी की परंतु कोई राहत नहीं मिली उल्टा सब इंजीनियर उसे धमकाने लगे।
प्रकाश ने सुसाइड नोट में ये भी लिखा कि इन सूदखोरों को वो मूल रकम से तीन गुना ज्यादा की रकम वापस कर चुका है, बावजूद इसके ये सूदखोर उससे रूपयों की मांग करते रहे हैं। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी। इसके अलावा सुसाइड की भी जांच की जा रही है।