इंदौर। जैसी की उम्मीद जताई जा रही थी। भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा अब फूटने लगा है। अनुशासन के नाम पर यदि उन्हे चुप कराने की कोशिश की तो बगावत हो सकती है। गुरुवार को राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ढाई साल बाद शहरी और ग्रामीण कार्यकर्ताओं के बीच मंत्रणा करने पहुंचे। गुस्से से भरे बैठे कार्यकर्ता विजयवर्गीय पर टूट पड़े। कमल आहूजा ने कहा भाजपा कांग्रेस मुक्त सरकार बनाना चाहती है लेकिन कार्यकर्ता मुक्त सरकार बन रही है। जो जनप्रतिनिधि उच्च पदों पर हैं, वे हमारी बात नहीं सुनते। 18 साल से पार्टी का काम कर रहे हैं लेकिन छोटे-छोटे काम कराने के लिए भी भटकना पड़ता है। नौकरशाही भी हावी हो रही है। काम कराना हो तो अधिकारी बात नहीं सुनते लेकिन जब सीएम और मेयर हेल्पलाइन पर शिकायत की जाती है तो दो घंटे में काम हो जाता है।
एक अन्य भाजपा के युवा कार्यकर्ता विश्वास बाफना ने भी गुस्सा निकालते हुए कहा कि वे बचपन से पार्टी का काम करते हुए ताई की गाड़ी के पीछे भाग रहे हैं, उनका बेटा भी अब उसी उम्र में पहुंच गया है। वे नहीं चाहते कि अब उनका बेटा भी ताई की गाड़ी के पीछे भागे। 75 वर्ष के नेताओं को भाजपा टिकट देना बंद करे।
कार्यकर्ताओं ने नगर अध्यक्ष पर भी तंज कसते हुए कहा कि अब तक कार्यकारिणी की घोषणा नहीं की गई। पिछली बार भी जब राष्ट्रीय अध्यक्ष को शिकायत की थी, तब जाकर कार्यकारिणी गठित हुई थी। वहीं महिला मंडल की कार्यकर्ताओं ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि मंडल की बहुत सी पीड़ा है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। इस तरह की बैठक लगातार हो तो कई समस्याओं का समाधान निकल सकता है।
कार्यकर्ताओं की पीड़ा सुन विजयवर्गीय ने कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश हैं कि अब हर महीने कार्यकर्ताओं से भेंट की जाए और उनकी समस्याएं जानकर निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा भाजपा का उद्देश्य संगठन को मजबूत और कार्यकर्ता को ताकतवर बनाना है। संगठन पहले है और सरकार बाद में। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सचेत करते हुए कहा कि यहां मीडिया भी मौजूद है। जो भी कहें वो सोच-समझकर और मर्यादा में कहें।
पार्टी को हो सकता है नुकसान
एक कार्यकर्ता ने धमकीभरे लहजे में राष्ट्रीय महासचिव से कहा यादव समाज के लोगों के मकान तोड़ दिए गए हैं, उनके पशुओं के लिए जमीन नहीं बची है। इस कारण यादव समाज नाराज है। अभी तक यादव समाज पार्टी के पक्ष में रहा है, लेकिन जमीन नहीं मिली तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
महिला पार्षद ने कहा सरकारी अस्पतालों की हालत खराब
कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान भाजपा महिला पार्षद ज्योति तोमर ने समस्या बताते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों की हालत खराब है। गरीब तबके के लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। प्राइवेट नर्सिंग होम संचालक भी मनमाने रुपए वसूलते हैं। इनके इलाज के लिए नियम बनना चाहिए। इस पर विजयवर्गीय ने कहा गरीब तबके के लोगों को स्वास्थ्य बीमा स्कीम लाने पर चर्चा की जाएगी।
आम जनता की परेशानियां भी बताईं
वार्डों में अनाज एक रुपए किलो पर मिलता है, वह मिलना बंद हो गया है। इस कारण कई गरीब नाराज हैं। इस समस्या का तुरंत समाधान होना चाहिए।
महिला कार्यकर्ता ने कहा नगर निगम को शिकायत कर चुके हैं, फोटो भी भेजी लेकिन कुत्तों को नहीं पकड़ा जा रहा है।
रेत के दाम कम कर दिए हैं। 1300 रुपए है और 800 रुपए का पंचायत को हो रहा भुगतान।
स्वरोजगार योजना के अंतर्गत नहीं मिलती पूरी राशि, सब्सिडी भी छह महीने बाद आती है।
महिलाओं को नहीं मिल रहे गैस कनेक्शन, अब भी कई को सूची में शामिल नहीं किया।
आलू का समर्थन मूल्य 10 रुपए तय किया जाए, प्रदेश में किसानों की दयनीय स्थिति है।
मनरेगा में मजदूर को मिल रहे 169 रुपए कम है, इसे बढ़ाया जाए।