पुणे। 60 वर्षीय विधवा महिला निर्मला यादव पर आरोप है कि उसने खुद को ब्राह्मण बताकर नौकरी हासिल कर ली। उसकी नियोक्ता मेधा खोले मौसम विभाग में एक सीनियर साइंटिस्ट हैं। उन्होंने निर्मला के खिलाफ उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। अब निर्मला का कहना है कि उसे नौकरी जरूरत थी इसलिए उसने खुद को ब्राह्मण बताया था।
मौसम विभाग में डिप्टी डायरेक्टर जनरल के पद पर नियुक्त मेधा का कहना है कि उनकी कुक ने उनसे अपनी असली जाति छिपाई। उन्हें एक ब्राह्मण रसोइए की जरूरत थी जो उनके यहां आयोजित होने वाले विशेष एवं धार्मिक आयोजनों में भगवान का भोग एवं अतिथियों का भोजन पकाए। शास्त्रानुसार भगवान का भोग एवं ऐसे आयोजन में भोजन सुहागिन ब्राह्मण महिला द्वारा बनाए जाने चाहिए। निर्मदा ने खुद को ब्राह्मण बताते हुए अपना नाम निर्मला कुलकर्णी बताया और नौकरी हासिल कर ली।
कुक निर्मला, मेधा खोले के घर 2016 से हर खास आयोजन पर खाना बनाने के लिए आती थीं। लेकिन हाल ही में गणेश उत्सव के वक्त उन्हें पुजारी ने बताया कि आपकी कुक तो ब्राह्मण नहीं है। आनन-फानन में मेधा अपनी कुक निर्मला के घर गईं और उसकी जाति के बारे में पता किया। पता चला कि निर्मला असल में यादव है और विधवा है। पैसों की मजबूरी में उन्होंने खुद को ब्राह्मण बताया था। अब मेधा ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धोखाधड़ी करने का केस दर्ज करवाया है।