लखनऊ। शिक्षा विभाग ने स्वीकार कर ही लिया कि उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षा बोर्ड का संचालन किया जा रहा है। ये बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट व प्रमाण पत्र बांटकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी एक पत्र में इसका खुलासा किया गया है। बुधवार को यह पत्र सामने आया। इस पत्र में प्रदेश में तीन फर्जी शिक्षा बोर्ड का जिक्र किया गया है। यह पहली बार है कि जब बोर्ड ने फर्जी शिक्षा बोर्ड के संचालन को स्वीकार कर रहा है। बावजूद, कोई कार्रवाई करने के बजाय इनका बेरोकटोक संचालन होने दिया जा रहा है।
इनके अस्तित्व को स्वीकार किया
पत्र में सचिव ने तीन फर्जी शिक्षा बोर्ड के अस्तित्व को स्वीकार किया है। इनमें माध्यमिक शिक्षा परिषद दिल्ली, बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन मध्य भारत ग्वालियर और माध्यमिक शिक्षा परिषद कांठ शाहजहांपुर शामिल हैं। परिषद ने माना है कि इनकी ओर से कराई जा रही परीक्षाएं फर्जी हैं।
तीन नहीं, आधा दर्जन से ज्यादा फर्जी बोर्ड
उत्तरप्रदेश के लोकप्रिय हिंदी दैनिक समाचार पत्र हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार परिषद भले ही तीन फर्जी बोर्ड के संचालन को स्वीकार कर रहा है, लेकिन वास्तव में आधा दर्जन से ज्यादा फर्जी शिक्षा बोर्ड का जाल राजधानी समेत पूरे प्रदेश में फैला है। यह फर्जी शिक्षा बोर्ड खुलेआम हाईस्कूल व इंटरमीडिएट से लेकर अन्य पाठ्यक्रमों की मार्कशीट और प्रमाण पत्र बांटने में लगे हैं। इन पर कार्रवाई करने के बजाय शिक्षा विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं।
फर्जी बोर्ड -1 : राजकीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान
इसके नाम से लखनऊ में दो फर्जी शिक्षा बोर्ड चल रहे हैं। एक फूलबाग और दूसरा विकासनगर में। http://riosup.org वेबसाइट से छात्रों को फंसाया जा रहा है। लोगों को भ्रमित करने के लिए प्रदेश सरकार के लोगो के साथ वेबसाइट पर कई दस्तावेज भी डाले गए हैं।
फर्जी बोर्ड -2 : उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालयी परिषद
उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालयी परिषद के नाम पर फरीदीनगर से एक फर्जी बोर्ड का संचालन किया जा रहा है। इसकी वेबसाइट www.upsosb.ac.in के माध्यम से दाखिले हो रहे हैं। यहां के करीब 20 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं को फर्जी मार्कशीट जारी की गई है।
फर्जी बोर्ड-3 : बोर्ड ऑफ हायर सेकंडरी एजुकेशन दिल्ली
शहर में चार अलग-अलग जगहों से बोर्ड ऑफ हायर सेकंडरी एजुकेशन दिल्ली के नाम पर फर्जी बोर्ड चल रहा है। करीब चार वेबसाइट www.bsedelhi.net, www. bhseboarddelhi.ne, www.bhsedelhiboard.net, www.bhsedelhiup.org के माध्यम से यह खेल हो रहा है।
फर्जी बोर्ड -4 : मुक्त विद्यालय संस्थान
नोएडा से एक मुक्त विद्यालय संस्थान का संचालन किया जा रहा है। इसकी वेबसाइट www.upos.in नई दिल्ली के सागर पुर इलाके में रहने वाले मनमोहन के नाम पंजीकृत है। इसके अलावा दिल्ली से संचालित एक ओपन बोर्ड ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षण संस्थान है जो वैधानिक मान्यताओं के साथ है। मुक्त विद्यालय संस्थान के संचालक इस बात का लाभ ले लेते हैं कि ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षण संस्थान से उनका नाम मिलता जुलता है।
फर्जी बोर्ड-5 : जामिया उर्दू अलीगढ़
अलीगढ़ से संचालित इस बोर्ड की ओर से लखनऊ के स्कूलों को मान्यता बांटी जा रही है। इसकी वेबसाइट www.jamiaurdualigarh.com है। 50-50 हजार रुपये में शहर के कई स्कूलों का मान्यता दी गई है। एनआईओएस ने इसे अमान्य शिक्षा बोर्ड की सूची में रखा गया है।
कार्रवाई के नाम पर निदेशक की चुप्पी
फर्जी बोर्ड छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। फर्जी मार्कशीट और प्रमाणपत्र बांट रहे हैं। सब कुछ जानने के बाद भी माध्यमिक शिक्षा विभाग के आला अधिकारी चुप बैठे हैं। फर्जी बोर्ड के खिलाफ विभाग क्या कार्रवाई करेगा? यह जानने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा से कई बार सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।