
आपको बता दें कि बोर्ड ने 19 अगस्त से 18 सितंबर के बीच 14,088 पदों के लिए कांस्टेबल की परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें करीब 9 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। तकनीकी कारणों से लगभग 60 हजार परिक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित हो गए थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर बोर्ड ने तकनीकी कारणों से वंचित हुए सभी परीक्षार्थियों को दोबारा से मौका देने का आश्वासन दिया था।
इसके तहत बोर्ड 27 और 28 सितंबर को परीक्षा आयोजित करने जा रहा है लेकिन परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र जारी करते ही नया विवाद खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री के आश्वसान के बावजूद व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा मनमानी करने से हेड कांस्टेबल व सहायक उपनिरीक्षक पद के उम्मीदवारों में निराशा है।