नई दिल्ली। तमाम प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया अपनी राह बदलने को तैयार नहीं है। पहले उसने अमेरिका को राख कर देने और जापान को समुद्र में डुबा देने की धमकी दी। उसके बाद बैलिस्टिक मिसाइल दाग दी जो जापान के ऊपर से निकलती हुई समुद्र में जा गिरी। हालांकि इससे जापान को कोई नुक्सान नहीं हुआ परंतु जापान में दहशत पसर गई। दक्षिण कोरिया और जापान ने इसकी जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से नए प्रतिबंध लगाने के बाद उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण सामने आया है। उत्तर कोरिया ने एक महीने के अंदर दूसरी बार जापान के ऊपर से मिसाइल गुजारी है। उसकी इस हिमाकत ने एक बार फिर से तनाव बढ़ा दिया है।
दक्षिण कोरिया के मुताबिक यह मिसाइल करीब 3,700 किमी तक उड़ान भरी और फिर 770 सीधा ऊपर जाकर प्रशांत महासागर में गिर गई। उत्तर कोरिया ने इस बैलिस्टिक मिसाइल को अपने पश्चिमी तट से पूर्वोत्तर में लांच किया, जो जापान के होकाइडो के ऊपर से गुजरी। उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल सुबह 6:57 बजे दागी।
वहीं, जापान ने कहा कि यह मिसाइल जापान के होकाइडो के ऊपर से सुबह 07:04 बजे से 07:06 बजे के बीच गुजरी। हालांकि इससे उसके नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयास की धज्जियां उड़ा दी है। हम ऐसी किसी भी उकसावे की कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक बुलाने का आह्वान किया। आबे ने कहा कि वैश्विक समुदाय को एकजुट होकर उत्तर कोरिया को साफ संदेश देने की जरूरत है। उत्तर कोरिया विश्व की शांति के लिए खतरा बन गया है। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर कोरिया लगातार ऐसी हरकत करता रहा, तो उसका भविष्य अच्छा नहीं होगा।
इससे पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका और जापान को तबाह करने की धमकी दी थी। सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया पर हालिया न्यूक्लिर टेस्ट के बाद और प्रतिबंध लगाए जाने के मुद्दे पर बैठक हुई। इस बैठक से बौखलाए उत्तर कोरिया ने जापान और अमेरिका कड़ी आलोचना की थी।