नई दिल्ली। देश भर में शिक्षा सेवाओं से जुड़े कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के अध्यापकों ने जंतर मंतर पर डेरा डाल रखा है तो झारखंड में राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। झारखंड में शिक्षक वेतन विसंगति एवं नइ पेंशन पॉलिसी से नाराज हैं। इधर मध्यप्रदेश के अध्यापक 7वां वेतनमान एवं शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग लेकर दिल्ली में आ डटे हैं। यूपी में शिक्षामित्रों का टंटा जग जाहिर है। यह विवाद अब बढ़ता ही जा रहा है।
झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष गुमदा तियु महासचिव उपेंद्र प्रसाद ने बयान जारी कर अपनी मांगों के समर्थन में शिक्षकों से 5 सितंबर को रांची में आयोजित धरना प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की है। दोनों पदाधिकारियों ने बताया कि नई पेंशन नीति का विरोध करने वेतनमान विसंगतियों को दूर करने की मांग के लिए यह धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया है।
छठे वेतन मान की विसंगतियों को दूर करते हुए समान काम के बदले समान वेतन के आधार पर सभी वर्गों के अध्यापकों का समान वेतन सातवें वेतन की अनुशंसा 1 जनवरी 2016 से लागू करने की मांग सरकार से की गई है। शिक्षा एवं शिक्षकों की समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय प्राथमिक शिक्षक आयोग का गठन करने की मांग की गई है।