
मीडिया को यह जानकारी वित्तमंत्री अरुण जेटली ने दी। जेटली ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा, "13 मुख्यमंत्री, 6 डिप्टी सीएम, 7 केंद्रीय मंत्री, 232 राज्यमंत्री, 1515 एमएलए, 334 सांसदों की कार्यसमिति बनाई गई है। ये देश की आशा और आकांक्षा का केंद्र बिंदु है। देश ने बीजेपी में विश्वास जताया। भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ने और चुनाव जीतने के साथ-साथ विश्वास और सत्ता को साधन माने। इस साधन से लोकतंत्र को चुनाव से आगे लेकर जाए। उस लोकतंत्र को जनभागीदारी में बदलने का काम बीजेपी और संगठन को करना है। राजनीतिक संगठन होने के नाते चुनाव बीजेपी का अंग है, लेकिन पार्टी को उससे आगे जाकर लोगों की भागीदारी बढ़ानी है ताकि जीवन को बेहतर बनाया जा सके। जब तक कार्यकर्ता जनभागीदारी में हिस्सा नहीं लेते, कार्यक्रम सफल नहीं होता है। स्वच्छता अभियान जनभागीदारी की वजह से बड़ा अभियान बन रहा है। 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में हर गांव तक एक कार्यकर्ता पहुंचे। समस्याओं और हल को जाने।
विपक्ष की कड़ी बयानबाजी पर ऐतराज जताया
मोदी ने आगे कहा, "यूपी में टॉयलेट को इज्जतघर कहा गया। ये शब्दावली लोगों को जोड़ती है। इसलिए कार्यक्रमों योजनाओं की भाषा और शब्दावली सरल हो और ऐसी हो, जो लोगों को जोड़ने वाली बने। विपक्ष जब सत्ता में थे, तो सत्ता उनके लिए उपभोग था। वो उपभोग की साधना थी इसलिए विपक्ष में कैसे रहना है, ये उन्हें समझ में नहीं आया। कई बार विपक्ष बहुत कड़वाहट वाले शब्दों का इस्तेमाल करता है। जब तक कोई आरोप नहीं हो, तब तक ऐसे शब्द उसका विकल्प नहीं हो सकते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई में कोई समझौता नहीं है। कोई भी इसमें पकड़ा जाएगा, उसे बख्शेंगे नहीं। मेरा कोई रिश्तेदार नहीं हैं। करप्शन और टेररिज्म के खिलाफ जनभागीदारी बढ़ाने के लिए पार्टी संगठन काम करे।