
बताया गया है कि जैसे ही इंद्रपाल सेंगर ने बदमाश अक्षय पुरविया को घेरा, वो मारुति लेकर भागने लगा। इंद्रपाल सेंगर उसके सामने आ गए और उसे रोकने की कोशिश की लेकिन बदमाश ने इंद्रपाल सेंगर पर ही कार चढ़ा दी और फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल हुए सेंगर की मौत हो गई। पुलिस ने बदमाश अक्षय पुरविया के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
इंद्रपाल सेंगर भारकक्ष थाने से पहले उदयपुरा थाने में पदस्थ थे। उनका परिवार सुल्तानपुर में किराए पर रहता है। उनकी दो बेटियां है। जिसमे एक बेटी की शादी हो गई है। दूसरी पढ़ाई कर रही है। दिसम्बर 2017 में वो रिटायर होने वाले थे। उन्होंने अपनी उम्र का हवाला देकर उच्च अधिकारियों से शेष बची नौकरी परिवार के साथ रहकर सुल्तानपुर में करने की अच्छा जाहिर की थी।
बता दें कि इंद्रपाल सेंगर फरार बदमाशों का पता लगाने के मामले में एक्टपर्ट माने जाते थे। उदयपुरा में अपनी पोस्टिंग के दौरान उन्होंने कई ऐसे बदमाशों को ढूंढ निकालने में सफलता हासिल की थी जो लम्बे समय से फरार चल रहे थे। रायसेन के पुलिस विभाग में उनके अनुभव और सक्रियता की हमेशा तारीफ की जाती थी।