
दरअसल, नैरोगेज ट्रेनों का स्टाफ सबलगढ़ स्टेशन पर नाइट हॉल्ट करता है। जब रविवार रात ट्रेन के ड्राइवर स्टेशन पहुंचे तो उन्हें खाना नहीं मिला। जब ड्राइवरों ने इस बात का पता लगाया तो पता चला कि भोजन बनाने वाले कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से उन्होंने खाना नहीं बनाया। इस वजह से ड्राइवरों को रात को खाना नहीं मिल सका।
अगले दिन ड्राइवरों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए श्योपुर-ग्वालियर पैसेंजर को एक घंटे तक सबलगढ़ रेलवे स्टेशन पर रोके रखा। काफी देर तक ट्रेन खड़ी रखने के चलते परेशान यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसे देख स्टेशन स्टाफ डर गया। ट्रेन के ड्राइवरों को काफी मनाने के बाद वे ट्रेन ले जाने के लिए राजी हुए।