विदिशा। यहां कलेक्ट्रेट परिसर में एक किसान रमेश पटेल ने जहर खा लिया क्योंकि वो अधिकारियों की असुनवाई से त्रस्त हो गया था। वो अपनी जमीन का नामांतरण एवं बंटवारा करवाना चाहता था परंतु राजस्व विभाग के अधिकारी उसकी शिकायतों पर ध्यान ही नहीं दे रहे थे। विरोधियों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। परेशान किसान फिर से गुहार लेकर आया। जब अधिकारियों ने नहीं सुना तो जहर खा लिया। मौके पर मौजूद एसडीएम और तहसीलदार किसान को तुरंत अस्पताल ले गए। जहां रमेश की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे भोपाल रैफर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार विदिशा के ग्राम पुरनिया के निवासी किसान रमेश पटेल ने शनिवार को सिस्टम से तंग आकर कलेक्ट्रेट परिसर मे ही जहर खाकर जान देने की कोशिश की। रमेश के पास खुद के नाम से तीन बीघा जमीन है। जिस पर गांव के अन्य लोग कब्जा करना चाहते हैं। वह बंटवारे और नामांतरण का आवेदन लगा चुका है, लेकिन उसकी सुनवाई कहीं नहीं हुई। अब वे लोग फसल नहीं काटने दे रहे हैं, ऐसे मे मेरे पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
वहीं इस मामले मे एसडीएम से बात की तो उनके अनुसार नामांतरण और बंटवारे का कोई मामला नहीं है। मामले की जांच करवाई जा रही है। जांच के बाद सही तथ्य आमने आ पाएंगे। अभी हालत को गंभीर देखते हुए किसान को भोपाल रैफर किया गया है। बता दें कि 30 अगस्त को कक्पुर मे हुए किसानों के कार्यक्रम मे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सख्त लहजे मे चेतावनी देते हुए कहा था की कोई भी नामांतरण या बंटवारे के प्रकरण लंबित नहीं होना चाहिए अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।