भोपाल। सामंतवाद का विरोध कर रहे शिवराज सिंह सरकार के मंत्री जयभान सिंह पवैया के व्हीआईपी बंदोबस्त के कारण लगे जाम में एक प्रसूता की एंबुलेंस फंस गई। कार्यक्रम अस्पताल में ही चल रहा था फिर भी उसे अंदर नहीं जाने दिया गया। इधर मंत्री का भाषण चलता रहा, उधर प्रसूता दर्द से तड़पती रही। भाषण खत्म होने के बाद जब पवैया का काफिला निकल गया तब प्रसूता को अस्पताल में प्रवेश दिया गया लेकिन वार्ड में पहुंचने से पहले रास्ते में ही उसका प्रसव हो गया। घटना अशोकनगर जिले की है जहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद हैं और पवैया ने सामंतवादी मानसिकता का मरते दम तक विरोध करने का ऐलान किया है।
जानकारी के अनुसार बबीता चंदेल अपनी देवरानी ज्योति को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची। उस समय मंत्री जयभान सिंह पवैया भाषण दे रहे थे। मंत्री का काफिला अस्पताल के बाहर बेतरतीब ढंग से खड़ा था। जिस वजह से प्रसूता का वाहन अंदर नहीं जा सका। खास बात यह है कि वहां मौजूद सरकारी नुमाइंदे ने भी प्रसूता को अस्पताल में भर्ती कराने में मदद नहीं की। जब मंत्री का काफिला रवाना हुआ, तब प्रसूता का वाहन अंदर जा सका। प्रसूता वार्ड में पहुंचने से पहले ही उसकी डिलेवरी हो गई।
पवैया का बेतुका बयान
एक तरफ पवैया सामंतवाद का विरोध करते हैं दूसरी तरफ उन्होंने व्हीआईपी बंदोबस्त के कारण खतरे में आई प्रसूता के प्रति संवेदना तक व्यक्त नहीं की। अशोकनगर के प्रभारी मंत्री होने के बावजूद उन्होंने बेतुकी प्रतिक्रिया दी। बोले यह काम ट्रैफिक पुलिस का उसे व्यवस्था करनी चाहिए। कहीं भी कोई कार्यक्रम होते हैं तो ट्रैफिक व्यवस्था को बनाना पुलिस की जिम्मेदारी है। इस तरह की घटनाएं संयोगवश होती हैं।