इंदौर। हिंदू संगठन के पदाधिकारी व पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर 10 बच्चों के साथ एक महिला व पुरुष को गिरफ्तार किया है। दोनों ईसाई हैं। आरोप है कि उन्होंने बच्चों के परिजन को रुपयों और बेहतर पढ़ाई दिलाने का सपना दिखाकर धर्म परिवर्तन करवाया। वह बच्चों को मुंबई एक कार्यक्रम में ले जा रहे थे, जहां से उन्हें केरल ले जाते। चार माह पहले भी रेलवे स्टेशन से धर्म परिवर्तन कराने के लिए बच्चों को ले जाया जा रहा था तब पुलिस ने ट्रेस कर आरोपियों को पकड़ लिया था।
हिंदू धर्म जागरण मंच के जिला संयोजक विनोद मिश्रा, विभाग युवा वाहिनी संयोजक संदीप बारोलिया और संयोजक राजा कोठारी सहित अन्य पदाधिकारी सोमवार दोपहर करीब सवा 3 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि संगठन के विद्यार्थी प्रमुख सोनू कल्याणे व दीपक गुप्ता को खबर मिली थी कि कुछ बच्चों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें अवंतिका एक्सप्रेस से मुंबई ले जाया जा रहा है। जब ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर चार पर पहुंची तो दस बच्चों के साथ एक महिला व पुुरुष वहां मिले।
दोनों बच्चों को ट्रेन की बोगी में बैठाने वाले थे तभी पुलिस की मदद से उन्हें पकड़कर थाने लाया गया। महिला ने खुद का नाम अनिता पति जोसफ निवासी श्रमिक कॉलोनी, विजय नगर इंदौर और पुुरुष ने अमृतकुमार मतेरा विलियम निवासी सुयश विहार कॉलोनी इंदौर बताया। दोनों के बेग की तलाशी में जली हुई शिव महापुराण और फटी हालत में हिंदू ग्रंथ मिले। एक डायरी भी मिली, जिसमें बच्चों के नाम लिखे थे। अनिता को जब थाने लाया गया तो उसने डायरी के नाम पेन से काट दिए। पुलिस ने सभी वस्तुओं को जब्त कर लिया। पूछताछ में दोनों ने कहा कि वो बच्चों को प्रार्थना कराने के लिए ले जा रहे थे।
पेरिस में पढ़ाने का दिया लालच
दोनों के पास मिले बच्चों में शिल्पा, खुशी, सरल चौहान और अभय चौहान दो से सात साल के हैं। खुशी महज दो साल की है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि कुछ बच्चों के पिता क्रिश्चियन हैं तो किसी की मां। कुछ हिंदू धर्म के बच्चे भी थे। आरोपियों के पकड़े जाने की सूचना मिलने पर परिजन रेलवे थाने पहुंच गए। उनका अनिता व अमृत से विवाद भी हुआ। परिजन का आरोप है कि दोनों ने बच्चों को पेरिस में पढ़ाने का लालच दिया था। बच्चों ने बताया कि उन्हें कहा गया था कि मुंबई जाने पर अच्छे-अच्छे खिलौने मिलेंगे।
वकील व बाहर से आए टीआई की मदद से हुई FIR
मामले की गंभीरता को देखते हुए रेलवे एसपी सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे। रतलाम में धर्म परिवर्तन के एक मामले में कार्रवाई करने वाले वहां के टीआई को सहायता के लिए बुलाया गया। शहर के वकील देवेंद्र फणसे की मदद से रिपोर्ट दर्ज की गई।
रतलाम और बड़ौदा से भी लेकर जाने वाले थे बच्चे
जानकारी के अनुसार आरोपी रतलाम व बड़ौदा से कई बच्चों को मुंबई ले जाने वाले थे। वहां से उन्हें केरल ले जाते। हिंदू धर्म जागरण मंच के जिला संयोजक विनोद मिश्रा ने बताया कि केरल में हिंदू धर्म के खिलाफ प्रचार किया जा रहा है। उन्हीं का हिस्सा बनाने के लिए बच्चों को वहां ले जाया जा रहा था। पुलिस ने बच्चों का एमवाय अस्पताल में मेडिकल करवाने के बाद उन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया।