
मामला बागसेवनिया इलाके का है। टीआई ललित सिंह डांगुर के मुताबिक जनरल स्टोर चलाने वाले अंकित नीखरा ने बिल्डर राकेश पटेल से एक फ्लैट का खरीदा था। बिल्डर ने दस्तावेजों में फ्लैट को 1200 स्क्वायर फीट बताकर रजिस्ट्री कराई थी। बाद में पीड़ित अंकित नीखरा ने फ्लैट की नपती कराई तो पता चला कि वह 900 स्क्वायर फीट ही है। खुद के साथ हुई जालसाजी से परेशान होकर उसने आला अफसरों से शिकायत की थी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि आरोपी बिल्डर की तलाश की जा रही है, उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रजिस्ट्रार आफिस की भूमिका भी संदिग्ध
पुलिस सूत्रों की मानें तो फ्लैट की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करने में रजिस्ट्रार आॅफिस के कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध हैं। क्योंकि दस्तावेजों के अनुसार फ्लैट की रजिस्ट्री रजिस्ट्रार द्वारा सत्यापन कराए जाने के बाद ही की गई है। इस मामले में पुलिस बिल्डर के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को भी आरोपी बनाएगी। पुलिस का कहना है कि बिल्डर के पकड़े जाने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।