भोपाल। मप्र को-आपरेटिव बैंकों में कार्यरत बैंक कर्मचारी अधिकारी सातवें वेतनमान की मांग को लेकर तथा कोआपरेटिव बैंकों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को नियमित की जाने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन के प्रथम चरण में शासन स्तर पर मंत्री मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया था आंदोलन के दूसरे चरण में 3 अक्टूबर को कोआपरेटिव बैंक के कर्मचारियों ने प्रदेश व्यापी हड़ताल की थी। आंदोलन के तीसरे चरण में 13 अक्टूबर 2017 को पूरे प्रदेश के सभी जिलों से सहकारी बैंकों के कर्मचारी राजधानी भोपाल में आकर प्रदर्शन करेंगें।
यह प्रदर्शन न्यूमार्केट को आपरेटिव बैंक के सामने दोपहर 2ः30 बजे किया जायेगा। प्रदर्शन म.प्र. को-आपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन तथा आल इंडिया बैंक एम्पलाईज एसोसिएशन के बैनर तले किया जायेगा। म.प्र. कोआपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन के महासचिव जी.आर. नीमगांवकर, सेक्रेट्री अनिल बावनिया, उपाध्यक्ष विमल दुबे, म.प्र. बैंक एम्पलाईज एसोसिएशन के महामंत्री बी.के. शर्मा, संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि सहकारी बैंकों में कार्य करने वाले कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारियों की भांति सातवां वेतनमान 1 अप्रैल 2016 से नहीं दिया गया तथा सहकारी बैंकों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों का संविलयन और नियमितीकरण नहीं किया गया तो प्रदेश के सभी सहकारी बैंकों में कार्य करने वाले नियमित कर्मचारी और संविदा कर्मचारी अगले चरण में अनिष्चितकालीन हड़ताल पर चलें जायेंगें।
महासचिव जीआर नीमगांवकर ने कहा कि हम सातवां वेतनमान देने के लिए पिछले तीन माह से लगातार सहकारिता मंत्री, मुख्यमंत्री , शासन में बैठे अधिकारियों को लगातार ज्ञापन दे रहें हैं तथा उनसे मिलकर हम मांगों को मनवाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन बड़े दुख का विषय है कि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही हैं। जिसके कारण चरणबद्व आंदोलन करने का तथा हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा है।