नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन एक संगठन ने इस आदेश का विरोध करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के बाहर पटाखे फोड़े। पुलिस ने 3 महिलाओं समेत 14 नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने खुद को आज़ाद हिंद फौज नाम के संगठन का सदस्य होने का दावा किया है जिसका नेतृत्व सतपाल मल्होत्रा नाम का शख्स करता है। संगठन की दलील है कि कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है, इनके फोड़ने पर नहीं। हालांकि इन लोगों ने प्रतिबंध के पीछे की मंशा, दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर रोक, को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ किया।
ये घटना दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर बग्गा के पश्चिमी दिल्ली के हरि नगर इलाके में बस्ती में रहने वाले बच्चों को बोरे भर पटाखे बांटने के कुछ ही घंटों बाद हुआ। बग्गा ने बच्चों को पटाखे बांटते तस्वीरें और वीडियो ट्वीट कर दावा किया कि ऐसा करना कोर्ट की अवमानना नहीं है।
दिल्ली पुलिस के पब्लिक रिलेशन अधिकारी मधुर वर्मा ने कहा कि पुलिस बग्गा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी क्योंकि पटाखे गिफ्ट के तौर पर बांटना कोई अपराध नहीं है। मीडिया से बात करते हुए बग्गा ने पूछा कि ठीक दिवाली से पहले पटाखों पर पाबंदी क्यों लगाई गई है। उन्होंने कहा, 'दिवाली से ठीक पहले पटाखों पर प्रतिबंध लगाकर हिन्दू त्योहार को निशाना बनाया जा रहा है। इस प्रतिबंध को पूरे साल भर लागू रखना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते दिल्ली और पूरे एनसीआर में 1 नवंबर तक पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दिया था जिससे पिछले साल की तरह राजधानी के ऊपर जहरीला धुंध बनने से रोका जा सके. कोर्ट ने कहा था, 'हमें कम से कम एक दिवाली में पटाखा मुक्त त्योहार मनाकर उसका असर देखा चाहिए।