भोपाल। वारणसी-मैसूर एक्सप्रेस में डकैती का मामला सामने आया है। 15 डाकुओं ने एक स्लीपर कोच को कब्जे में ले लिया। इस कोच में केंद्रीय विद्यालयों के 96 छात्र और उनकी महिला खेल शिक्षक वंदना सोनकर सवार थीं। डाकुओं ने हथियार के दम पर लूटपाट की और उतर गए। घटना सोलापुर स्टेशन से शुरू हुई। डाकुओं ने एस 4 से एस 7 तक कुल 4 बोगियों को कब्जे में लिया और लूटपाट की। डकैती का शिकार हुए यात्रियों में छात्रों के अलावा अन्य यात्री भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक भोपाल रीजन के केंद्रीय विद्यालयों के छात्र वारणसी-मैसूर एक्सप्रेस से रवाना हुआ था। 1-2 सितंबर की दरमियानी रात ट्रेन जब सोलापुर के पास पहुंची तो यहां चलती ट्रेन में करीब 15 लुटेरे चढ़ गए और स्लीपर कोच में लूट शुरू कर दी। खेल शिक्षक वंदना सोनकर ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे ट्रेन की गति धीमी थी। इस दौरान एस4 से एस 7 तक करीब 15 लुटेरे चढ़ गए। इन्हें देखकर बच्चों में अफरा-तफरी मच गई।
लुटेरे एक एक शिक्षिका की चेन, दस हजार रुपए और छात्रों के ट्रैक सूट आदि ले गए। उन्होंने अन्य यात्रियों से भी लूटपाट की। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करवा दी गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने सहयोग किया। यह भी बताया कि इस क्षेत्र में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। जब लूट हो रही थी उस वक्त किसी कोच में पुलिस नहीं थी।