दमोह। तेंदूखेड़ा नगर पंचायत की अध्यक्ष सहित 15 पार्षद इन दिनों भूतों से डरे हैं। यह भूत उन्हें घर, गांव या शहर नहीं बल्कि नगर पंचायत के भवन में परेशान कर रहा है। उनका कहना है कि कई कर्मचारियों की अकाल मौत हो गई है, वहीं रात को पंचायत कार्यालय के भवन से रोने-चिल्लाने के अलावा बैंड-बाजों की आवाजें भी आती हैं। कई फाइलें गायब हो जाती हैं और दो-चार दिन बाद टेबल पर ही रखी हुई मिल जाती हैं। इसके अलावा पंचायतों के काम भी इस कारण नहीं हो रहे हैं। भूतों के डर से कई पार्षदों ने पंचायत आना भी छोड़ दिया है। दूसरी तरफ, नगर पंचायत सीएमओ ने इसे सदस्यों का अंधविश्वास बताया है।
नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता सिंघई ने बताया कि कार्यालय में पदस्थ कई कर्मियों की अकाल मौत हो गई हैं, कई कर्मियों के परिवार में एक न एक बीमार है। अध्यक्ष का तो यहां तक कहना है कि पहले पार्षद मिलनसार तरीके से आपस में बातें करते और जनहित के मामलों में फैसले लेते थे, लेकिन अब कार्यालय पहुंचते ही वे आपस में ही टकराने लगते हैं।
पार्षदों में ही मनमुटाव हो रहा है। अध्यक्ष ने तो यहां तक कह दिया कि अब वे अपना सारा काम घर से ही करेंगी या कार्यालय से करीब 200 मीटर दूर मंगल भवन में चेंबर बनाकर करेंगी। पार्षद जागे तिवारी, तिलक अहिरवार के अलावा कई पार्षदों का भी कहना है कि कार्यालय में कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
सीएमओ एक रात रुककर दिलाएं यकीन
सीएमओ शशांक शेंडे को भूत-प्रेत की बात पर यकीन नहीं हैं तो वे कार्यालय में एक रात गुजार लें। इसके बाद उन्हें सब ठीक लगा तो मेरे सहित सभी पार्षद उनकी बात मान लेंगे। जबकि खुद सीएमओ की टेबल से कांजी हाउस की फाइल गुम हो गई थी। चार दिन खोजते रहे और अचानक वह फाइल टेबल पर ही मिल गई।
सुनीता सिंघई, नगर पंचायत अध्यक्ष, तेंदूखेड़ा
मैं अंधविश्वास नहीं मानता
मुझे यहां आए करीब आठ माह हो चुके हैं। मैंने अभी तक ऐसा कोई अनुभव नहीं किया, जिससे ये लगे कि कोई भूत प्रेत का साया है। वैसे भी मैं अंधविश्वासों को नहीं मानता। फाइल का टेबल पर मिलना संयोग हो सकता है।
शशांक शेंडे, सीएमओ, नगर परिषद