भोपाल। भोपाल पुलिस की जांच प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। 30 सितम्बर को लिंक रोड नंबर एक पर 74 बंगला के सामने हुए रोड एक्सीडेंट में 12वीं के छात्र अविनाश कहार की मौत हो गई थी। उसे एक कार ने टक्कर मारी थी। आसपास सीसीटीवी कैमरे भी थे लेकिन पुलिस की जांच में कुछ पता नहीं चल पाया। इसके इतर मृत छात्र की छोटी बहन नंदिनी ने घटना स्थल पर पड़े कार की हेडलाइट के टुकड़ों से कड़ी जोड़ते हुए कातिल कार की तलाश कर ली। चौंकाने वाली बात तो यह है कि जब उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी तब भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। बताया जा रहा है कि यह कार कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद गुफरान आजम के रिश्तेदार विनीता आजम की है।
पुलिसिया लापरवाही की कहानी
रोशनपुरा नाका निवासी 18 वर्षीय अविनाश बीती 30 सितंबर को रात करीब साढ़े नौ बजे रोशनपुरा होते हुए लिंक रोड नंबर एक से जा रहे थे तभी 74 बंगला के पास अज्ञात कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। तीन अक्टूबर को अविनाश की मौत हो गई। इस दौरान पुलिस उस कार का पता नहीं लगा पाई जिसने अविनाश को टक्कर मारी थी जबकि घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं परंतु पुलिस ने उनके फुटेज भी जब्त नहीं किए।
हेडलाइट के टुकड़ों से कातिल कार तक पहुंची बहन
19 वर्षीय अविनाश की छोटी बहन को पुलिस के भरोसे बैठना मंजूर नहीं था। वो खुद घटना स्थल पर गई। वहां उसे कार की हेडलाइट के टूटे हुए कांच मिले। हेडलाइट के टुकड़ों से उसने पता लगाया कि कार किस कंपनी की थी। उसके बाद उसने उस कार के शो रूम एवं सर्विस सेंटर के बारे में जानकारी जुटाई। पता चला कि होशंगाबाद रोड स्थित मिसरौद में वह शोरूम है। छोटी सी बच्ची अपने परिवार को लेकर शोरूम पर पहुंची तो सर्विस सेंटर में खड़ी एक कार मिली जिसकी हेड लाइट टूटी हुई थी। पास जाकर देखा तो कार में खून भी लगा हुआ था। उन्होंने कार के फोटो वीडियो बनाए और सारे सबूत लेकर पुलिस के पास पहुंचे।
पुलिस ने सबूत मिलने के बाद भी नहीं की कार्रवाई
सारे सबूत जुटाने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। परिजनों को वापस लौटा दिया। गुस्साए परिजनों ने टीटी नगर पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर कल देर रात में चक्काजाम कर दिया। मामला जब मीडिया तक पहुंचा और पूछताछ शुरू हुई तो देर रात पुलिस ने सर्विस सेंटर को खुलवाकर गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया लेकिन अभी भी पुलिस मामले में टालमटोल कर रही है। उसका कहना है कि अभी यह साबित होना बाकी है कि कार कौन चला रहा था।
कांग्रेस नेता के रिश्तेदार की है कार
जिस कार पर खून के धब्बे मिले उसका नंबर एमपी 04 सीएस 2952 बताया गया है। कार निशात कॉलोनी निवासी विनीता आजम के नाम से रजिस्टर्ड है। सूत्रों की माने यह गाड़ी का मालिक पूर्व सांसद गुफराने आजम के रिश्तेदार हैं।
सर्विस सेंटर संचालक और पुलिस संदेह की जद में
इस खुलासे के बाद कार सर्विस सेंटर का संचालक और पुलिस संदेह की जद में आ गए हैं। जब कार पर खून के धब्बे थे तो सर्विस सेंटर संचालक ने इस बारे में पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। सवाल यह भी है कि पुलिस इस मामले में टालमटोल क्यों कर रही है। कहीं ऐसा तो नहीं कि एक्सीडेंट के साथ ही पुलिस को पता चल गया था कि कार कांग्रेस नेता की है परंतु राजनीतिक दवाब और किसी अज्ञात डील के चलते मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।