नई दिल्ली। पाकिस्तान से अपनी आजादी के लिए संघर्ष कर रहे बलूचिस्तान प्रांत में आस्था का केंद्र दरगाह फतेहपुर में गुरूवार को उस समय आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर डाला जबकि लोग नमाज के वक्त जमा हो रहे थे। गुरूवार होने के कारण यहां सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ थी। ये दरगाह झाल मग्सी जिले में मौजूद है। मरने वालों की संख्या 18 बताई है परंतु यह इससे भी ज्यादा हो सकती है। इससे पहले सूफी संत शाहबाज कलंदर की दरगाह पर सुसाइड ब्लास्ट अटैक हुआ था जिसमें 100 लोगों की मौत हुई थी।
द डॉन ने लोकल अथॉरिटी के हवाले से बताया, "सुसाइड बॉम्बर दरगाह में दाखिल होने की कोशिश कर रहा था। जब सिक्युरिटी गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उसने एंट्री गेट पर ही खुद को उड़ा लिया। दरगाह में ब्लास्ट उस वक्त हुआ, जब लोग शाम की नमाज के लिए इकट्ठा हुए थे और वहां का डिवेश्नल डांस 'धमाल' रहा था।
बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका हैं, क्योंकि बाकी दिन के मुकाबले गुरुवार को यहां भीड़ ज्यादा होती है। ये हमला उस वक्त हुआ है, जब मिलिट्री मीडिया विंग के चीफ ने कुछ ही घंटों पहले आतंकवाद के खिलाफ सेना के कोशिशों की तारीफ की है।
दरगाह पर दूसरा बड़ा हमला
पाकिस्तान में इस साल दरगाह पर हुआ ये दूसरा बड़ा हमला है। इससे पहले फरवरी में सिंध में मौजूद सूफी संत शाहबाज कलंदर की दरगाह पर सुसाइड ब्लास्ट अटैक हुआ था। इस हमले में 100 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस के आतंकियों ने ली थी।