सिवनी। सारे सिस्टम को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। सरपंच के बेटे ने अपने 2 साथियों के साथ विधवा महिला का उसकी 12 वर्षीय बेटी के सामने गैंगरेप किया। बाद में सरपंच ने महिला को 20 हजार रुपए थमाते हुए चुप रहने को कहा। महिला पुलिस के पास गई तो थानेदार बोला, हम क्या कर सकते हैं, कोर्ट में जाओ। चौंकाने वाली बात यह है कि थाना प्रभारी मोनिका चौहान खुद एक महिला हैं। अंतत: महिला एसपी के पास पहुंची, तब कहीं जाकर मामले की जांच के आदेश हुए।
मामला जिले के धूमा थाना अंतर्गत का है, जहां एक महिला सरपंच के पुत्र और उसके दो साथियों कर पर एक विधवा महिला ने सामूहिक दुष्कर्म करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। धूमा पुलिस ने मामले में जांच के बाद मामला दर्ज करने की बात कही है। पीड़ित महिला ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि वह पांच अक्टूबर को रात लगभग ढाई बजे सरपंच का बेटा और उसके दो साथी उसके घर आए। पानी पीने के बहाने तीनों घर में घुसे और बारी-बारी से ज्यादती की। महिला का कहना है कि यह पूरी घटना उसकी 12 साल की बच्ची के सामने हुई। बाद में तीनों आरोपी भाग गए। पीड़ित महिला का यह भी आरोप है कि जब वह सरपंच के घर इस घटना के संबंध में शिकायत करने पहुंची तो सरपंच ने 20 हजार रुपये देकर मुह बन्द करने के लिए कह दिया। ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी।
महिला इसके बाद मामले की शिकायत करने धूमा पुलिस के पास गई तो पुलिस ने उसे कोर्ट में जाने की सलाह दे डाली। जिसके बाद महिला ने एसपी तरुण नायक से मामले की लिखित शिकायत की गई। एसपी से शिकायत होने के बाद अब धूमा थाना प्रभारी मोनिका चौहान मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कर रही हैं।