अलवर। शहर के शिवाजी पार्क कॉलोनी में 2 अक्टूबर की रात को एक ही परिवार के 4 बच्चों और उनके पिता की नृशंस हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस के अनुसार अवैध संबंधों के चलते पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने 4 बेटों और पहले पति की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के लिए उन्होंने 2 सुपारी किलर्स की भी मदद ली ताकि कहीं कोई चूक ना हो जाए। पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी हनुमान प्रसाद जाट व दो सुपारी किलर कपिल और दीपक को गिरफ्तार किया है।
कराटे क्लास में हुआ प्यार
महिला का प्रेमी हनुमान प्रसाद उदयपुर से बीपीएड कर रहा है। पुलिस ने आज दोपहर आरोपियों की निशानदेही पर अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे के रेलवे स्टेशन के समीप नाले से वारदात में काम लिया गया चाकू भी बरामद कर लिया है। अलवर के जिला पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि मृतक की पत्नी व हनुमान साथ-साथ ताइक्वांडो सीखने के बाद कोचिंग का भी काम करते थे। इस दौरान दोनों में प्रेम प्रंसग हो गया और अवैध संबंध भी कायम कर लिया।
पति ने पीटा तो मर्डर प्लान कर बैठी
इसके बाद दोनों ने शादी करने का विचार बनाया। इन दोनों के बीच करीब 3 साल से प्रेम प्रसंग चल रहे थे। इनके संबंधों की भनक पति को लगी तो संबंधों को लेकर पति-पत्नी के बीच कई बार झगड़ा और मारपीट भी हो गया। इसके बाद पत्नी ने प्रेमी हनुमान से मिलकर पति की हत्या करने का प्लान बनाया।
मां ने प्लान किया बच्चों का मर्डर
पहले चरण में यह तय हुआ कि पति को मार देते हैं लेकिन पत्नी ने कहा कि इन बच्चों को क्या होगा? इसके बाद हनुमान ने प्रेमिका के पति और बच्चों की हत्या का प्लान बनाया। इस घटना को अंजाम देने के लिए करीब तीन महीने का समय लगा। घटना वाले दिन रात को करीब 10 बजे हनुमान प्रसाद आया। उस वक्त महिला अपने घर की छत पर खड़ी थी। उसके बाद दो सुपारी किलर्स कपिल व दीपक को साथ लेकर शिवाजी पार्क स्थित मकान के पास गए और उन्हें मकान दिखा दिया।
दस्ताने पहने ताकि फिंगर प्रिंट ना आएं
महिला ने गेट खोलकर उन्हें मकान में अंदर प्रवेश करवाया। रात करीब एक बजे सबने मिलकर 2 चाकुओं से महिला के पति और उसके 2 बेटे और एक बेटी की हत्या कर दी। साथ ही महिला ने अपने देवर के एक पुत्र को मार दिया। तीनों बदमाशों ने इस घटना को दस्ताने पहनकर अंजाम दिया। अस्पताल में बीमारी का नाटक करने के साथ ही शक के घेरे में आ गई। यही से पुलिस ने अपना अनुसंधान जारी रखा।
बीमार और भूखे बेटे को भी मार डाला
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ में यह बात सामने आई कि बड़े बेटे की तबियत खराब होने के कारण उसने खाना नहीं खाया। इसलिए उन्हें यह चिंता थी कि कहीं वारदात करते वक्त वो जग न जाये। उसके द्वारा विरोध भी किया गया इसलिए उसके हाथ में चाकू का कट लगा दिया। जिस वक्त यह हत्याकाण्ड हुआ उस वक्त जीरो वॉट का बल्ब जलाया गया।
घटना के दिन नहीं किया मोबाइल का इस्तेमाल
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए हत्यारों ने बड़ी सावधानी बरती। घटना वाले दिन तीनों ने अपने मोबाइल का उपयोग नहीं किया। ना ही शिवाजी पार्क के आस पास मोबाइल लेकर आये। मोबाइल उपयोग नहीं करने के कारण पुलिस को काफी मशक्कत करनी पडी।