ग्वालियर। कमलाराजा अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में रविवार की रात को गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने से 40 महिलाओं की हालत बिगड़ गई। जिन महिलाओं को इंजेक्शन लगाया था, वे कंपने लगीं और उन्हें बुखार आ गया। परिजन जब स्टॉफ नर्स से शिकायत करने पहुंचे तो उन्हें भगा दिया गया। महिलाओं की हालत बिगड़ती देख परेशान परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। जेएएच के प्रभारी अधीक्षक संदीप चंदेल व प्रभारी विभागाध्यक्ष वृंदा जोशी भी मौके पर पहुंच गईं।
5 गंभीर महिलाओं को आईसीयू में रैफर किया गया, जिनमें से दो की हालत काफी खराब है। केआरएच के दो पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती 56 महिला मरीजों में से 40 को रविवार रात 9 से 9.30 बजे के बीच सिविल ड्रेस में 2 नर्सों के साथ आए युवक ने एंटीबायोटिक एमपी सिलिंन का इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के चंद मिनट बाद से ही महिलाओं को कपकंपी के साथ ठंड लगने लगी और बुखार आ गया।
महिलाओं को ठिठुरते देख परिजनों ने उन पर तत्काल चादर, रजाई और कंबल डाले। इसके बाद भी जब महिलाओं को ठंड लगना बंद नहीं हुई तो परिजन स्टाफ नर्स के पास पहुंचे। यहां पर नर्स लता बघेल ने उनको यह कहते हुए लौटा दिया कि इंजेक्शन लगने के बाद थोड़ी बहुत ठंड तो लगती है।
इसके बाद 108 के कर्मचारी मुकेश गोस्वामी ने ऑपरेशन थियेटर में पहुंचकर जब डॉ. नेहा को घटना की जानकारी दी उन्होंने तुरंत वरिष्ठ डॉक्टरों को सूचना दी। सूत्रों की मानें तो एमपी सिलिंन इंजेक्शन नियमानुसार डिस्टल वॉटर के साथ दिया जाता है। जबकि मेल नर्स ने मरीजों को इंजेक्शन नॉर्मल वाटर के साथ दे दिया।