भोपाल। कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मप्र में बनाए गए 550 प्रदेश प्रतिनिधियों की सूची रोक दी है। बताया जा रहा है कि नेताओं ने अयोग्य लोगों को भी प्रदेश प्रतिनिधि बना दिया है। इसकी शिकायत विभिन्न स्तरों से चुनाव प्राधिकरण से की गई थी। राष्ट्रीय महासचिव दीपक बावरिया द्वारा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ली गई मैराथन बैठकों में भी उनके सामने यह शिकायतें आई थीं कि प्रदेश प्रतिनिधि बनाए जाने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है।
इसके बाद उन्होंने पात्र कांग्रेसियों को प्रदेश प्रतिनिधि की सूची में एडजेस्ट किए जाने की बात कही थी। अब यह माना जा रहा है कि चुनाव प्राधिकरण द्वारा रोकी गई सूची छानबीन के बाद ही जारी करेगा। इससे नेताओं के कई चहेतों के नाम कटने की संभावना है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (प्रदेश प्रभारी) दीपक बावरिया ने मंगलवार को होशंगाबाद-हरदा जिले के पदाधिकारियों की बैठकें लीं। उन्होंने इस दौरान कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को तरजीह देने की जरूरत है। बावरिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव में महज एक साल बचा है। काम बहुत है। 15 साल से हम सत्ता में नहीं हैं।
प्रदेश की जनता अब परिवर्तन चाहती है। हमें पूरी तैयारी के साथ एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ना होगा। हमें बहुत संघर्ष करने की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी के सभी स्तर के कांग्रेसजन अनुशासन और जबावदेही के साथ काम करें।