भोपाल। मप्र पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि भारत भर में करीब 70 लाख सिमकार्ड का उपयोग पाकिस्तान के लिए जासूसी करने हेतु उपयोग किया जा रहा है। पाकिस्तानी सरकार की मदद से भारत में समानांतर एक्सचेंज बनाए गए हैं। बता दें कि इस तरह की जासूसी का खुलासा मप्र पुलिस ने पूर्व में किया था। इसमें एक भाजपा नेता सहित कई जासूसों को गिरफ्तार भी किया गया था।
एमपी पुलिस ने फरवरी के महिने में आईएसआई जासूसी कांड में मुख्य किरदार बताए जा रहे मध्य प्रदेश के सतना के राजीव और बलराम के बैंक खातों में पाक से पिछले डेढ़ सालों में 5-5 करोड़ रुपए आए। इस राशि को भारत में पाक के लिए जासूसी में लिप्त लोगों को पंहुचाने और समानांतर एक्सचेंज चलाने वालों को भी फंडिंग करने का बड़ा खुलासा किया था।
एमपी एटीएस ने अपनी जांच के बाद ये दावा किया है कि देश के लगभग 70 लाख मोबाइल नंबरों को उपयोग अभी भी संदिग्ध गतिविधियों और समानांतर एक्सचेंज को संचालित करने के लिए किया जा रहा हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक चीनी सिम बॉक्स फोन एक्सचेंज चलाने के अलावा, पाकिस्तानी संचालकों के लिए जासूसी और फोन गेम धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एमपी पुलिस ने 70 लाख से अधिक मोबाइल नंबरों की लिस्ट केंद्रीय दूरसंचार मंत्रालय को भेजी है। इस लिस्ट के आधार पर केंद्रीय एजेंसियां पूरे मामले पर जांच करेंगी।