
विदेशी निवेश को बढ़ावा देने वाली नरेंद्र मोदी सरकार की नीति इंवेस्ट इंडिया के तहत देश को निवेश के लिए एक आकर्षक जगह के रूप में बेहतर ढंग से पेश करने की तैयारी है। इंवेस्ट इंडिया के एमडी दीपक बागला ने बतायाने ऐसी 200 कंपनियों की लिस्ट बनाई है, जो अभी भारत में कारोबार नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हम अगले दो वर्षों में 100 अरब डॉलर विदेशी निवेश का लक्ष्य पाना चाहते हैं।
इसमें नई और पहले से चल रही, दोनों तरह की परियोजनाओं में निवेश शामिल है। वित्त वर्ष 2017 के दौरान भारत में सबसे ज्यादा 43 अरब डॉलर विदेशी निवेश हुआ है। दुनिया की बड़ी इंजिनियरिंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स में शामिल चीन की सैनी हेवी इंडस्ट्री भारत में 9.8 अरब डॉलर निवेश करना चाहती है।
एनर्जी और वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में इन कंपनियों ने सबसे ज्यादा रुचि दिखाई है। इसके बाद कंस्ट्रक्शन और ई-कॉमर्स का नंबर है। भारत में निवेश के अधिकतर प्रस्ताव (42 फीसद) चीन से मिले हैं। इसके बाद अमेरिका से 24 फीसद, और 11 फीसदी इंग्लैंड से मिले हैं। रोल्स रॉयस की 3.7 अरब डॉलर और ऑस्ट्रेलिया की पेर्डामैन इंडस्ट्रीज की तीन अरब डॉलर निवेश करने की योजना है।