![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFo8Fx0CY9eMKrp_D11hlE2gxODOiKDOkvPofRppNnVSdKUf08gLM4A0RDLS_oGqTuic4kNSNXNFABPNdbtuf7cFB0I_q2cqr0Lgmi16Xm7SJY8Le0jqLeQlurger58OOeU_YbnB7IYiEg/s1600/55.png)
मध्य मॉस्को के पुश्किन स्क्वायर पर दो हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए। क्रेमलिन और संसद की ओर मार्च कर रहे ये प्रदर्शनकारी 'रूस आजाद होगा' और 'बिना पुतिन का रूस' जैसे नारे लगा रहे थे। यहां पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया लेकिन उन पर कोई आरोप नहीं लगाया। वहीं, पुतिन के गृह नगर सेंट पीटर्सबर्ग में डे़ढ हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी जमा हुए और पुतिन विरोधी नारे लगाए। यहां पुलिस ने 60 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
सार्वजनिक बैठकों से संबंधित नियमों का उल्लंघन करने की वजह से एलेक्सी नेवलनी 20 दिन जेल की सजा काट रहे हैं। उन्होंने ही पुतिन के जन्मदिन पर मॉस्को और अन्य शहरों में रैलियों का आह्वान किया था। दरअसल, पुतिन पिछले करीब 18 वर्षो से रूस के राजनीतिक परिदृश्य पर छाए हुए हैं। माना जा रहा है कि अगले चुनावों में वह चौथा कार्यकाल भी हासिल कर लेंगे।