नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने बीते रोज बयान दिया था कि उनकी सेना हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। वो पाकिस्तान में घुसकर उसके परमाणु ठिकाने तबाह कर सकते हैं और एक साथ पाकिस्तान और चीन पर हमला भी कर सकते हैं। इस बयान से तिलमिलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने अमेरिका में बयान जारी किया कि यदि हमारे परमाणु ठिकाने तबाह किए गए तो हमसे संयम की उम्मीद मत रखना।
'डॉन न्यूज' की रिपोर्ट के मुताबिक, आसिफ ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को भारतीय वायु सेना के प्रमुख बी.एस. धनोआ के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने (धनोआ) कहा था कि अगर सर्जिकन स्ट्राइक करने की जरूरत पड़ी तो उनका लड़ाकू विमान पाकिस्तान के परणाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है और उन्हें नेस्तनाबूद कर सकता है। विदेश मंत्री ने यहां 'यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस' पर एक चर्चा के दौरान भारतीय नेताओं से ऐसा कोई कदम नहीं उठाने की चेतावनी देते हुए कहा कि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
आसिफ ने कहा, "कल (बुधवार) भारतीय वायु सेना प्रमुख ने कहा कि हम एक और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों पर हमला करेंगे। अगर ऐसा होता है, तो किसी को भी हमसे संयम बरतने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। यह सबसे कूटनीतिक भाषा है, जिसका मैं इस्तेमाल कर सकता हूं।" वॉशिंगटन की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आए विदेश मंत्री ने अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के साथ वार्ता करने के एक दिन बाद गुरुवार (5 अक्टूबर) को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल एच.आर. मैकमास्टर से मुलाकात की। जहां पाकिस्तान और अमेरिका दोनों ने आसिफ-टिलरसन की मुलाकात को सकारात्मक व उपयोगी बताया, वहीं विदेश मंत्री (आसिफ) ने संकेत दिया कि मैकमस्टर के साथ उनकी मुलाकात इससे पहली मुलाकात के मुकाबले उतनी बेहतर नहीं रही।
इससे पहले वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को कहा कि भारतीय वायुसेना युद्ध की स्थिति में चीन और पाकिस्तान को एक साथ जवाब देने में सक्षम है। धनोआ ने कहा कि भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के एटमी ठिकानों को भी खत्म कर देने में पूरी तरह सक्षम हैं। पाकिस्तान के रणनीतिक परमाणु हथियारों को लेकर चिंताओं और यह पूछे जाने पर कि क्या वायुसेना जरूरत पड़ने पर इस्लामाबाद के परमाणु हथियारों को खत्म कर सकती है, धनोआ ने कहा कि वायुसेना के पास सीमा पर पाकिस्तान के परमाणु लक्ष्यों की पहचान करने और उन पर हमला करने की क्षमता है।
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास एक मसौदा परमाणु सिद्धांत है। यह इसका जवाब देती है कि तब क्या होगा जब दुश्मन हम पर परमाणु हथियार के इस्तेमाल का फैसला ले लेता है। जहां तक भारतीय वायुसेना का सवाल है, उसके पास न सिर्फ सामरिक परमाणु हथियारों की पहचान करने और उन पर निशाना साधने बल्कि सीमा पर अन्य लक्ष्यों पर भी हमले की क्षमता है।’