नई दिल्ली। भाजपा की अटल सरकार में मंत्री रहे अरुण शौरी का कहना है कि बीपी सिंह और नरेंद्र मोदी का समर्थन करना मेरी जिंदगी की 2 सबसे बड़ी गलतियां हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बिना तथ्य परखे नरेंद्र मोदी को अवसर दिया, लेकिन अब आंखें खोलने का वक्त है। शौरी ने चुनाव के वक्त पेश किए गए गुजरात मॉडल पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पूरे चुनाव में गुजरात मॉडल की बात होती रही लेकिन किसी ने परखने की कोशिश नहीं की कि यह मॉडल आखिर है क्या। दरअसल, वो एक इवेंट मैनेजमेंट था।
हिमाचल प्रदेश के सोलन के कसौली में खुशवंत सिंह लिटरेचर फेस्टिवल में ‘How to recognize ruler what they are विषय बोलते हुए पर शौरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को समर्थन देना उनकी भूल थी। शुक्रवार इस साहित्य समारोह के उद्घाटन शौरी ने कहा, ‘मैंने बड़ी गलतियां कीं। वीपी सिंह से लेकर मोदी को समर्थन देना इनमें शामिल है।’ ‘शौरी ने कहा, ‘ये मत सोचिए कि आपके नेता सत्ता में आते ही बदल जाएंगे। उनके चरित्र को परखिए। जांचिये वो अपनी बातों पर कितने खरे हैं।’ शौरी ने कहा कि हम लोगों ने बिना तथ्य परखे नरेंद्र मोदी को अवसर दिया, लेकिन अब आंखें खोलने का वक्त है। शौरी ने कहा कि मीडिया ने गुजरात माडल पर कभी सवाल नहीं उठाया।
इससे पहले, शौरी मोदी सरकार और उसकी आर्थिक नीतियों की आलोचना कर चुके हैं। शौरी ने नोटबंदी को कालेधन को सफेद करने वाला देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया था। शौरी ने कहा कि खुशवंत सिंह और मेरे में दो बातें कॉमन हैं। खुशवंत सिंह ने आपातकाल और संजय गांधी को सपोर्ट कर दो बड़ी गलतियां की और ऐसी ही गलतियां मेरी ओर से भी हुई हैं।
शौरी ने गुजरात मॉडल पर भी सवाल उठाए। गुजरात मॉडल एक इवेंट मैनेजमेंट था। किसी ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि आखिर मॉडल है क्या? हर रोज बात होती रही कि हजारों करोड़ रुपये का निवेश आ गया है, लेकिन कहां आया, किसी ने चैक नहीं किया।
जीडीपी पर सरकार को घेरा
शौरी ने देश की जीडीपी और विकास को लेकर केंद्र सरकार को घेरा। कहा-जीडीपी गिर रही है। केंद्र सरकार ने कहा था युवाओं को नौकरियां मिलेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। विकास में भी भारत पिछड़ता जा रहा है। यह चिंता बात है।