गुवाहाटी/नई दिल्ली। असम की राजधानी गुवाहाटी में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम पर हमला किया गया। यह हमला उस समय हुआ जब टीम टी-20 मैच खेलने के बाद बस से होटल की तरफ जा रही थी। हमलावर ने बस को निशाना बनाया और पत्थर से हमला किया। जिससे बस की विंडो ग्लासेस फूट गए लेकिन किसी भी खिलाड़ी को कोई चोट नहीं आई है। बता दें कि पिछले महीने ही ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बांग्लादेश में भी इसी तरह का हमला किया गया था। ऑस्ट्रेलिया के बैट्समैन एरॉन फिंच ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस घटना की तस्वीरें ट्वीट की हैं। जिसमें फिंच ने लिखा है कि, होटल जाते वक्त रास्ते में हमारी बस पर बाहर से पत्थर फेंका गया। एरॉन फिंच के ट्वीट को ऑस्ट्रेलिया टीम के कैप्टन डेविन वॉर्नर ने रीट्वीट किया है। अभी तक इसको लेकर सरकार या बीसीसीआई की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
हार की नाराजगी हो सकती है वजह
अनुमान है कि किसी क्रिकेट प्रेमी ने भारतीय टीम की हार की नाराजगी में यह हमला किया होगा। बता दें कि गुवाहाटी में हुए सीरीज के दूसरे टी-20 मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से हरा दिया। मैच में मेहमान टीम को जीत के लिए 119 रन का टारगेट मिला था। जिसके बाद उसने 15.3 ओवर में 2 विकेट पर 122 रन बनाते हुए मैच जीत लिया। इससे पहले भारत ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवरों में 118/10 रन बनाए थे। फिलहाल सीरीज 1-1 की बराबरी पर पहुंच गई है, सीरीज का फैसला 13 तारीख को हैदराबाद में होने वाले आखिरी टी-20 में होगा।
Pretty scary having a rock thrown through the team bus window on the way back to the hotel!! pic.twitter.com/LBBrksaDXI— Aaron Finch (@AaronFinch5) October 10, 2017
बांग्लादेश में भी हुआ था ऑस्ट्रेलियाई टीम पर हमला
बांग्लादेश में पिछले महीने हुई 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच के दौरान भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की सिक्युरिटी में भारी चूक सामने आई थी। उस वक्त भी टीम की बस पर पत्थर से हमला किया गया था, जिससे विंडो ग्लास फूट गया था। हालांकि, इस घटना में किसी खिलाड़ी को चोट नहीं आई थी।
PAK में श्रीलंका टीम पर हुआ था आतंकी हमला
2009 श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर लाहौर में आतंकी हमला हुआ था। इसमें श्रीलंका टीम के 6 खिलाड़ी जख्मी हुए थे। 6 पुलिसवाले और दो अन्य मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी गुट लश्कर-ए-झांग्वी ने ली थी। किसी क्रिकेट टीम पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इस घटना के बाद आईसीसी ने पाकिस्तान में इंटरनेशनल क्रिकेट मैच पर बैन लगा दिया था।