भोपाल। चुपचाप नर्मदा परिक्रमा कर रहे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को भाजपा ने ताने मार मारकर बयान जारी करने पर मजबूर कर दिया। पदयात्रा के 7वें दिन दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस और मैं न कभी हिंदू विरोधी थे न आज हूं। मैं सनातनी हूं लेकिन धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों का सख्त विरोधी हूं। बता दें कि इससे पहले मप्र के भाजपा नेताओं ने दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा को लेकर कई बयान जारी किए थे। बीते रोज भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने भी दिग्विजय सिंह पर तंज कसे।
अंतत: शुक्रवार को खैरा घाट पर उन्होंने कुछ पत्रकारों से चर्चा की। दिग्विजय सिंह करीब 100 किमी की पैदल सफर तय कर 7वें दिन सिंह खैरा घाट पहुंचे थे। उनके साथ पत्नी अमृता (राय) सिंह, भाई लक्ष्मण सिंह एवं सखा पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा हैं। उनसे कांग्रेस एवं उनको लेकर हिंदुत्व विरोधी विचारधारा पर सवाल किए गए।
सिंह ने कहा- वह हिंदुत्व को न सिर्फ मानते हैं बल्कि उसका पालन भी करते हैं। राघौगढ़ में संस्कृत पाठशाला के संचालन से लेकर हर धार्मिक कर्म करते हैं। इतना ही नहीं गांधी परिवार हिंदुत्व का पालन करता है पर यह प्रचारित नहीं किया जाता। दिग्विजय सिंह ने इसके बाद फिर किसी भी राजनीतिक प्रश्न का जवाब नहीं दिया। सिंह ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वो धार्मिक यात्रा पर हैं और राजनीति से अवकाश लेकर निकले हैं।