'यह तब की बात है जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री भी नहीं था। एक बार ताईवान जाने का मौका मिला। पूरे दस दिन का कार्यक्रम था। मेरे साथ एक इंटरप्रिटर भी था, ताकि मुझे किसी से संवाद में परेशानी न हो। वो पूरे समय मेरे साथ रहता था। छह-आठ दिन बाद उससे थोड़ा परिचय हो गया। एक दिन उसने कहा, सर मैं एक बात कहना चाहता हूं, लेकिन आप वादा करें कि बुरा नहीं मानेंगे।'
मैंने कहा, बिल्कुल बुरा नहीं मानूंगा, तुम खुलकर अपनी बात कहो। वो बहुत हिचकिचा रहा था, लेकिन हिम्मत जुटाते हुए बोला- क्या आपका भारत आज भी वहीं सांप-सपेरों का देश है?' मैंने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया, तो वो समझा मुझे उसकी बात बुरी लगी है। वह झेंप गया। फिर मैंने कहा, पहले भारतवासी सांप से खेलते थे, अब माउस से खेलते हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह प्रसंग शनिवार को पटना यूनिवर्सिटी में सुनाया। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। इस प्रसंग के जरिए उन्होंने बताया कि भारत में तकनीकी विकास तेजी से हो रहा है। उन्हे इस बात पर गर्व है।