भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर साइकिल चलाई। इससे पहले भी वो साइकिल चला चुके हैं लेकिन तब वो पेट्रोल पर मूल्यवृद्धि का विरोध कर रहे थे। इस बार ऐसा नहीं था। इस बार उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए साइकिल चलाई है। खंडवा जिले के बोरियामाल के जंगल में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने बरसों बाद साइकल चलाई। वर्षों बाद शिवराज साइकल पर आए थे। कहीं गिर ना जाएं इसलिए संभालने हेतु सुरक्षाकर्मी ने पीछे से पकड़ने दौड़े। इस पर वे बोले-छोड़ो, बच्चा नहीं हूं, साइकल चला लूंगा मैं। पति को साइकल चलाते देख साधनासिंह भी स्वयं को नहीं रोक सकीं, वे सहसा बोल पड़ीं-जो चलते हैं चार पहिया पर यहां दो पहिए पर आ गए।
हनुवंतिया में जल महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को सीएम चौहान पत्नी साधनासिंह के साथ नागरबेड़ा और बोरियामाल टापू गए। बोरियामाल में साइकल देख वे स्वयं को नहीं रोक सके और राज्य पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष तपन भौमिक के साथ साइकल उठाकर चल पड़े। सोमवार को सीएम पूरे सैर-सपाटे के मूड में नजर आए।
साइकल चलाने के अलावा वे झोपड़ी में भी बैठे और मचान पर चढ़कर प्रकृति को निहारने से भी स्वयं को नहीं रोक सके। सीएम ने यहां कहा-पर्यटन के आनंद के लिए पैसा खर्चने वालों से लेकर हमें बेरोजगारों को देना है। ग्रामीणों को रोजगार दिलाना है। उधर शिक्षा मंत्री विजय शाह दूसरे दिन भी नाराज दिखाई, उन्होंने हनुवंतिया के बाहर से नाश्ता मंगाया और नाव से हरसूद गए। सीएम ने कहा- पर्यटन आनंद के लिए पैसा खर्च करने वालों से लेकर हमें बेरोजगारों को देना है। ग्रामीणों को रोजगार दिलाना है।