कटनी। मंत्री संजय पाठक के बेटे यश पाठक पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर दीपावली की देररात करीब 4 बजे शराब पीने के लिए शराब की दुकान पर हमला कर दिया। उसमें कर्मचारियों को पीटा। बदले में कर्मचारियों ने पर यश पाठक पर हमला किया और यश को चोटें आईं हैं। आरोप है कि इसके बाद यश पाठक के गुर्गों ने दुकान कर्मचारियों ने बेरहमी से पीटा। कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह का कहना है कि पीड़ित भयभीत हैं इसलिए वो शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि बीती रात यश पाठक दोस्तों के साथ पार्टी मनाकर स्लीमनाबाद पहुंचे। जहां कुछ युवकों ने शराब दुकान में बीयर की मांग की। शराब दुकान के कर्मचारी सुनील अग्रहरि ने शराब देने से मना कर दिया। इसी बात पर विवाद के बाद मारपीट हो गई।
सुबह होते ही मामला गरमाया
बहोरीबंद विधायक सौरभ सिंह ने स्लीमनाबाद पुलिस को दी लिखित शिकायत में इस मामले में राज्यमंत्री संजय पाठक के बेटे यश का नाम लेते हुए कहा है कि उसका व उसके साथियों का शराब दुकान में शराब लेने पर विवाद व मारपीट की यह घटना हुई। इसमें मंत्री पुत्र को भी चोटें आईं। इस घटना के बाद पुन: कटनी से वाहनों में भर कर लोग आए और तोड़फोड़ आदि की। भय के कारण पीड़ित थाने में शिकायत दर्ज नहीं करा रहे हैं। घायल एवं उनके परिवारों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
गाड़ियों में भरकर आए और पीटने लगे
रात्रि करीब तीन बजे स्लीमनाबाद के पान उमरिया तिराहे के पास स्थित शराब की दुकान पर मारपीट की घटना हुई। यह मामला कोई समझ पाता कि अलसुबह पांच बजे फिर कुछ वाहनों में भर कर आए लोगों ने वहां तोड़फोड़ व मौजूद कर्मचारियों से मारपीट की। इस घटना से कस्बे में हंगामा मच गया। भीड़ जुटने पर हमला करने आए आरोपी भाग खड़े हुए। इस घटनाक्रम में दुकान के कर्मचारी विक्की गौतम एवं सुरेश चौधरी के साथ समीप ही रहने वाले सुनील अग्रहरि को गंभीर चोटें आई हैं।
मंत्री ने कहा- जबरन घसीटा जा रहा है मेरे बेटे यश का नाम
राज्यमंत्री संजय पाठक ने इस घटना में बेटे का हाथ होने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक ने उनके बेटे का नाम जबरन घसीटा है। वहां वेयर हाउस के चौकीदार से पेशाब करने की बात पर कुछ लोगों का विवाद हुआ था। जिसमें शराब दुकान के कर्मचारी भी बीच-बचाव करने पहुंचे थे। जिन लोगों ने उत्पात किया, उन्होंने यह जरूर कहा कि वे मेरे लड़के हैं, लेकिन इसका मतलब निकाला गया कि उसमें मेरा बेटा शामिल है। वह हाल ही में लंदन से दीवाली मनाने आया है और पूरे समय परिवार के साथ है। पाठक ने इस बात से भी इंकार किया कि इस घटना के बाद वे स्लीमनाबाद गए।