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प्रदेश सरकार में प्रमुख सचिव रहे पीके दास को प्रदेश सरकार ने इस साल 12 जुलाई को फीस विनियामक कमेटी का अपीलीय अधिकारी बनाया था। यह पद फीस कमेटी के चेयरमैन से ऊपर होता है। उनकी नियुक्ति के बाद से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उनका विरोध करने लगी थी। इसके चलते अपनी नियुक्ति के चार दिन बाद ही दास ने यह कहते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था कि जहां सम्मान न हो वहां काम नहीं करना। इसके बाद से ही उन्होंने फीस कमेटी के कार्यालय जाना बंद कर दिया था पर सरकार ने उनका इस्तीफा अस्वीकार करते हुए उन्हें पद पर काम करने को कहा था। इसके बाद 25 सितंबर को उन्होंने फीस कमेटी को ई-मेल भेजकर कहा था कि वे आॅफिस नहीं आएंगे और ईमेल के जरिए ही विभागीय काम निपटाएंगे।
दो दिन पहले किया रिजाइन :
सूत्रों की मानें तो गुरुवार के पीके दास ने अपना इस्तीफा मेल के जरिए तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संजय बंदोपाध्याय को भेजा था। प्रमुख सचिव ने इसे तकनीकी शिक्षा मंत्री दीपक जोशी के पास भेज दिया था। दीपक जोशी ने इस पर अपनी टीप लिखते हुए इस्तीफा सीएम के पास भेज दिया है। फीस कमेटी के अपीलीय अधिकारी की नियुक्ति सीएम समन्वय से होती है लिहाजा इस्तीफा स्वीकार करने का अधिकारी भी समन्वय को होता है। बताया जाता है कि दास के आॅफिस न आने के हाल के निर्णय से सीएम सचिवालय खुश नहीं था और वह भी दास का इस्तीफा चाह रहा था। माना जा रहा है कि एक दो दिन में इस्तीफा मंजूर कर लिया जाएगा।
अब किसी सरकारी पद पर नहीं रहना चाहता
पीके दास ने कहा, मैं अब किसी भी सरकार से जुड़े पद पर काम नहीं करना चाहता। मैंने इस्तीफा व्यक्तिगत कारणों से दिया है। विद्यार्थी परिषद के विरोध और विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि पहले यह विरोध था पर अब यह मुद्दा नहीं रहा। मैंने सरकार से कहा है कि मैं व्यक्तिगत कारणों से पद पर नहीं रहना चाहता।
अध्यक्ष थापक से भी चल रहा था टकराव
तकनीकी शिक्षा विभाग के सूत्रों की मानें तो अपीलीय प्राधिकारी बनने के बाद से ही पीके दास की फीस कमेटी के चेयरमैन टीआर थापक से पटरी नहीं बैठ रही थी। थापक संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं। बताया जाता है कि विद्यार्थी परिषद कमेटी से जुड़े कुछ पदाधिकारियों के इशारे पर ही दास का विरोध कर रही थी। इसके अलावा दास द्वारा कुछ मेडीकल कॉलेजों की फीस में वृद्धि करने से भी विवाद खड़ा हो गया था। इससे कॉलेज संचालक भी खुश नहीं थे।
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पीके दास ने फीस कमेटी के अपीलीय अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया है। निर्धारित प्रक्रिया के तहत उनका इस्तीफा मुख्यमंत्री समन्वय में भेज दिया है। अब निर्णय सीएम समन्वय से होना है।
दीपक जोशी, मंत्री तकनीकी शिक्षा