भोपाल। आज सैकड़ों एएनएम ने स्वास्थ्य संचालनालय पर प्रदर्शन किया। संचालनालय मे अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बचते रहे। ग्रामीण क्षेत्रों से आई सैकड़ों महिला बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता परेशान होती रही। कई स्वास्थ्य कार्यकर्ता बोनस अंको से वंचित रही। वहीं दूसरी ओर नए MPw फीमेल ने 10 से 20 बोनस अंक बढ़ाए जाने का विरोध किया। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने एमपीडब्ल्यू फीमेल की वरिष्ठता सूची जारी की। वैसे ही पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया।
अनेक एमपीडब्ल्यू फीमेल जो वर्षों से विभाग में संविदा पर काम कर रही है। जिन्हें नियमानुसार अधिकतम 20 बोनस अंक दिए जाने हैं। उनकी मार्कशीट में बोनस अंक की जगह पर जीरो जीरो दर्शाया गया है। जब उन्होंने प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड में जाकर इस बात की जानकारी प्राप्त की तो वहां के अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 8000 एमपीडब्ल्यू फीमेल में से केवल 4000 का डेटा भेजा है। जिसके कारण से यह स्थिति बनी है और यह सारी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की है। इसलिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड इसमें कुछ नहीं करेगा। जब एमपीडब्ल्यू फीमेल संचालनालय में पहुंचे तो वहां पर संचालक जे एल मिश्रा अपने कक्ष को बंद कर गायब हो गए।
उपसंचालक LB असथाना ने अनेक एमपीडब्ल्यू फीमेल से दुर्व्यवहार किया। विदिशा से आई एमपीडब्ल्यू ने बताया कि अस्थाना साहब ने यह कहा है कि हम कुछ भी नहीं करेंगे तुम लोग नकल से पास हो कर के आए हो। कुछ MP w ने सतपुड़ा भवन के बाहर आकर प्रदर्शन भी किया। मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री लक्ष्मी नारायण शर्मा ने मांग की है कि वर्षों से कार्यरत एमपीडब्ल्यू फीमेल को बोनस अंक मिलना चाहिए और एग्जामिनेशन बोर्ड फिर से मेरिट जारी करें ताकि सभी एमपीडब्ल्यू को उनका हक प्राप्त हो सके।