
लाहौर एसोसिएशन के पूर्वी क्षेत्र से संबंध रखने वाले अब्बास ने कहा कि वह अधिकारियों द्वारा उससे किए गए इस झूठे वादे से निराश था कि उसे लाहौर टीम के लिए प्रथम श्रेणी मैच खेलने का मौका मिलेगा। उसने कहा, 'मैं क्लब और क्षेत्रीय मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन वे मुझे नजरअंदाज करते रहे, क्योंकि मैं गरीब हूं। अंत में उन्होंने मुझसे कहा कि यदि मैं लाहौर टीम के लिए खेलना चाहता हूं तो मुझे उन्हें पैसे देने होंगे। मैं आज यहां पूरी तरह हताश होकर आया और मैं अपने जीवन को खत्म करना चाहता था।'
अब्बास ने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उसकी दलील को नहीं सुनता है तो वह गद्दाफी स्टेडियम के मुख्य द्वार पर खुद को आग लगा देगा। उसने कहा, 'यदि मैं मर जाता हूं तो पूर्वी क्षेत्र के अधिकारी और एलसीसीए के प्रमुख इसके लिए जिम्मेदार होंगे, क्योंकि वे मेरिट के हिसाब से खिलाड़ियों को नहीं चुन रहे हैं।'