भोपाल। आजाद अध्यापक संघ के बैनर तले आज भोपाल के भेल दशहरा मैदान में प्रदेश भर के हजारों अध्यापक एकजुट हो गए। विगत 20 वर्षों से शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे अध्यापकों ने सरकार को खुली चेतावनी जारी की है। अध्यापकों ने अपनी मांगों के समर्थन में त्यौहारी रविवार को जोरदार प्रदर्शन किया।
अध्यापकों की शिकायत है कि है कि 1 अप्रैल 2007 से पूर्ण वेतनमान नहीं दिया गया फिर 2010 में क्रमोन्नत वेतनमान में विसंगति पैदा की गई। 2013 में 1.86 के स्थान पर 1.62 का गुणाकर वेतन निर्धारण किया गया । 2015 में आजाद अध्यापक संघ के द्वारा किए गए आंदोलन में छठवां वेतनमान सरकार ने अध्यापकों को दिया। किंतु उसमें विसंगति सरकार ने डाल दी। जिसका खामियाजा आज तक अध्यापक संवर्ग भुगत रहा है।
ये रही प्रमुख मांगे
अध्यापक संवर्ग को भी अन्य कर्मचारियों की समान शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाए।
1 जनवरी 2016 से राज्य के अन्य कर्मचारियों की भांति सातवें वेतनमान का लाभ।
गुरुजी संवर्ग को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ।
वरिष्ठ अध्यापकों को व्याख्याता के पद पर पदोन्नति का लाभ।
राज्य के अन्य कर्मचारियों की भांति पेंशन बीमा अनुकंपा नियुक्ति ग्रेजुयटी गृह भाड़ा भत्ता आदि सुविधाओं का लाभ।