
महिला के मुताबिक वह खेत में घास काटने गई थी। दोपहर के वक्त बारिश होने लगी तो वह बारिश से बचने के लिए रामबोल चौधरी के बासा (घर से दूर बना डेरा) पर पहुंची। चौधरी ने उसे जबरन पकड़ लिया। दुष्कर्म किया और भाग गया। पीड़िता इसकी शिकायत लेकर आरोपी के घर गई तो शिकायत सुनते ही चौधरी के पिता विरेंद्र चौधरी, भाई राहुल चौधरी आग-बबूला हो गए।
दोनों ने महिला को भला-बुरा कहते हुए घर के एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद मारपीट करने लगे। इससे बचने के लिए उसने जान की गुहार लगानी शुरू की तो आरोपी के पिता और भाई ने कहा कि इसको थूक चटाओ। इसके बाद चौधरी के परिजनों ने जबरन उसे थूक चटाया। इतने से भी उनका मन नहीं भरा तो मूत्र भी पीने को मजबूर कर दिया।