बुराहानपुर। दापोरा गांव का रहने वाला योगेश पाटिल पिछले 27 महीने से लापता है। लापता योगेश महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस के छोटे भाई अमित मिश्रा के यहां ड्रायवर की नौकरी करता था। योगेश के परिवार ने कलेक्टर—एसपी से जांच में लीपापोती का आरोप लगाते हुए गुमशुदगी मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी ने भी परिवार की मांग का समर्थन किया है। वहीं बीजेपी ने मंत्री अर्चना चिटनीस के परिवार का बचाव करते हुए मामला राजनीति से प्रेरित बताया।
जानकारी के अनुसार लापता योगेश की गुमशुदगी तक आखरी लोकेशन मंत्री अर्चना चिटनीस के छोटे भाई के द्वारापुरी स्थित मकान पर थी लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट में लोकेशन का उल्लेख नहीं किया और गुमशुदा युवक की तलाश में सही तरीके से तफ्तीश नहीं की। इससे असंतुष्ट परिवार ने योगेश के साथ अनहोनी की आशंका जताते हुए पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की कलेक्टर और एसपी से मांग की है।
पुलिस ने पीड़ित परिवार की गुहार सुनने के बाद अपने स्तर पर एक बार फिर एसडीओपी स्तर के अधिकारी से जांच कराने की बात कही है। बीजेपी ने अपनी पार्टी की मंत्री व उसके परिवार का बचाव करते हुए कहा कि गुमशुदगी के समय ही परिवार का पूरा सहयोग किया गया था। मानवाधिकारी आयोग की जांच रिपोर्ट में भी ऐसा कोई संदिग्ध तत्व सामने नही आया था।