
भोपाल समाचार से बात करते हुए विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने कहा कि भोपाल में स्लाटर हाउस शिफ्ट किया जा रहा है। वो बीच शहर में था, अब उसे शहर के बाहर भेजा जा रहा है। इसमें गलत क्या है। उन्होंने कहा कि स्लाटर हाउस का कंकाली माता से कोई रिश्ता ही नहीं है। दोनों के बीच 6 किलोमीटर का अंतर है। बीच में से रायसेन रोड जाती है। इतना ही नहीं कंकाली माता मंदिर जाने का रास्ता स्लाटर हाउस के पास से भी नहीं गुजरता। दोनों के रास्ते अलग अलग हैं। उन्होंने कांग्रेसियों को चुनौती दी कि जो कांग्रेसी हिदुत्व का नाम लेकर स्लाटर हाउस का विरोध कर रहे हैं, वो अपने वरिष्ठ नेताओं के पास क्यों नहीं जाते। राहुल गांधी क्यों नहीं बयान जारी करते कि देश में स्लाटर हाउस नहीं होने चाहिए।
क्या है मामला
एनजीटी ने भोपाल शहर के मध्य में स्थित स्लाटर हाउस को शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। नगर निगम इसे जहां भी शिफ्ट करने की कोशिश कर रहा है वहीं इसका विरोध हो रहा है। पिछले दिनों नगर निगम की बैठक में आदमपुर छावनी तय किया गया तो भाजपा जिलाध्यक्ष समेत भाजपा पार्षदों का विरोध शुरू हो गया। उनके घरों की दीवारों और कारों पर दोगला लिखा गया। भाजपा के ही दूसरे विधायक रामेश्वर शर्मा भी स्लाटर हाउस का विरोध कर रहे हैं। जबकि भाजपा विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह का कहना है कि स्लाटर हाउस को शिफ्ट होने से कोई नहीं रोक सकता।