कमलेश सारड़ा/नीमच। सरकारी अस्पतालों का ढर्रा और विशेष कानूनी सुरक्षा प्राप्त कर चुके सरकारी डॉक्टरों के तेवर किस कदर बढ़ गए हैं यह मामला इसी की एक नजीर है। हादसे में घायल हुए 14 साल के युवक को तत्काल इलाज दिलाने के लिए भाजपा विधायक ने हर संभव कोशिश की परंतु उसे बचाया नहीं जा सका। हालात यह थे कि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर विधायक से बात करने तक को तैयार नहीं हुए। विधायक ने गुस्से में यहां तक पुछवाया कि 'मुझे सुसाइड करना है आप बताएं कि कोन-सा जहर खाऊं।' डॉक्टर ने फिर भी बात नहीं की।
दरअसल मामला विगत दिनों का है मनासा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सुवासरा बुजुर्ग के सरपंच अमर लाल गुर्जर का बेटा रवि गुर्जर उम्र 14 वर्ष स्कूल वाहन के पेड़ से टकराने से घायल हुआ था। उसके बेहतर इलाज के लिए विधायक कैलाश चावला ने रवि के जिला अस्पताल पहुंचने से पूर्व इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर जेपी जोशी से बात करना चाही। फोन नहीं लगा तो उन्होंने नीमच के समाजसेवी व भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता अनिल गोयल को संदेश वाहक के रूप में जिला अस्पताल भेजा। लाख कोशिशों के बाद भी डॉक्टर जोशी, गोयल के मोबाइल फोन से विधायक से बात करने को तैयार नहीं हुए तो विधायक ने नाराजगी जाहिर करते हुए संदेश वाहक से कहा डॉक्टर से पूछो मुझे (विधायक चावला) को सुसाइड करना है मैं कौन सा जहर खाऊ ? संदेश वाहक ने हु बहू शब्द जोशी से कहे। विधायक का विचार था कि इस लाइन को सुनकर तो डॉक्टर हर हाल में फोन पर बात करने आ जाएंगे परंतु यह कोशिश भी बेकार गई। डॉक्टर ने उनसे बात नहीं की।
जेपी जोशी, हड्डी विशेषज्ञ डॉक्टर : -
उस दिन उनका मेसेंजर आया था मोबाइल लेकर और बोल रहा था साहब से बात कर लो आपसे बात करना चाहता है। तो मैंने पूछा कि किस संबंध में बात करना है और कौन से डॉक्टर से बात करना है। संदेशवाहक ने डॉक्टर का नाम नहीं बताया। बार-बार मोबाइल मेरे पास ला रहे थे। सुसाइड करने वाली बात तो कुछ नहीं थी।