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भाजपा ने गुरुवार को सिन्हा को चेतावनी भी दी है। बलुनी ने कहा है कि उनकी प्रताडि़त करने वाली गतिविधियां सहनशीलता की सीमाओं के पार जा रही हैं। बलुनी ने कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की किताब का हवाला दिया। कहा कि अब यह साफ हो गया है कि उन्होंने अर्थव्यवस्था पर कहां से ज्ञान जुटाया है। एक कांग्रेस नेता के कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी से पता चलता है कि उनकी अर्थव्यवस्था को कौन प्रभावित कर रहा है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
इससे पहले वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि कुछ लोग 80 की उम्र में भी नौकरी का आवेदन लगा रहे हैं। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इशारों इशारों में उन्हे महाभारत में कर्ण के सारथी शल्य की तरह निराशा फैलाने वाला व्यक्ति करार दिया था। सिन्हा ने इसके जवाब में कहा है कि वह भीष्म पितामह के जैसे नहीं हैं जो अर्थव्यवस्था का चीरहरण होते देख चुप बैठे रहेंगे।